प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह जम्मू-कश्मीर में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। जम्मू कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। मतदान तीन चरणों में होगा। पहले चरण में 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग 18 सिंतबर को होगी, दूसरे चरण में 26 विधानसभा सीटों पर 25 सितंबर को वोटिंग होगी और आखिरी चरण में 40 विधानसभा सीटों पर 1 अक्तूबर को वोटिंग होगी। इससे पहले तमाम राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी दो रैली जम्मू क्षेत्र में करेंगे और एक रैली कश्मीर में होगी।

धारा 370 के इर्द-गिर्द घूमेगा चुनाव

ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों से बीजेपी को चुनावी राज्य में काफी बूस्ट मिल सकता है। अगर बात करें चुनावी मुद्दों और पीएम मोदी की रैली से जुड़े मुद्दों पर तो अनुच्छेद 370 के हटाए जाने की चर्चा खासतौर पर सुनाई पड़ सकती है। सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री 8 सितंबर के बाद केंद्र शासित प्रदेश का दौरा कर सकते हैं, जिसमें जम्मू क्षेत्र के डोडा में कम से कम एक सार्वजनिक बैठक की योजना है, जहां हाल ही में कई आतंकवादी हमले हुए हैं।

बीजेपी को कितनी सीटें जीतने की है उम्मीद?

भाजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी जम्मू में कम से कम 35 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है, जहां परिसीमन के बाद 43 विधानसभा क्षेत्र हैं, साथ ही कश्मीर में भी इतनी सीटें जीतने की उम्मीद है कि वह केंद्र शासित प्रदेश में सरकार के गठन में प्रमुख खिलाड़ी के तौर पर उभर कर सामने आ जाए।

बीजेपी के एक नेता ने कहा कि एनसी (नेशनल कॉन्फ्रेंस) और पीडीपी (पीपुल्स कॉन्फ्रेंस) जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम नहीं होगी। भाजपा एक प्रमुख खिलाड़ी के तौर पर होगी और जो भी सरकार बनेगी उसमें बीजेपी का बड़ा रोल होगा। कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद बीजेपी नाराजगी का अंदाज़ा है। इसलिए  भाजपा एनसी और पीडीपी जैसी स्थापित पार्टियों के वोटों को विभाजित करने के लिए छोटे दलों और निर्दलीयों पर भरोसा कर रही है। यह बात एक सूत्र ने कही।

बीजेपी ने जम्मू में लोकसभा चुनाव के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया था। इसलिए पार्टी को उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव में भी उन्हें अच्छा खासा वोट मिल सकता है।