केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाले धार्मिक उत्पीड़न के शिकार अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार गृहमंत्री ने यह बात रविवार (21 जनवरी, 2017) को लखनऊ में सिंधी समाज के लोगों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण-पत्र वितरित करने के दौरान कही। रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान उन्होंने 55 लोगों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया। बताया जाता है कि यह लोग उत्पीड़न की वजह से बरसों से पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत को छोड़कर भारत में आ गए थे।

हालांकि भारत आकर भी इनकी मुश्किलें कम नहीं हुईं। भारत की नागरिकता नहीं होने के चलते ये लोग अपना वाहन भी नहीं खरीद सकते थे। इनके बच्चे स्कूल में दाखिला नहीं पा सकते थे। हालांकि भारत की नागरिकता मिलने के दौरान ऐसे ही एक शख्स ने अपनी खुशी का इजहार किया है। शख्स ने बताया कि वह भारत का नागरिक बनकर बहुत खुश हैं। इस दौरान शख्स ने कहा कि वह अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने का प्रयास करेगा।

बता दें कि इससे पहले गृहमंत्री ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए उसपर जोरदार हमला बोला था। भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ के एक दिवसीय महाधिवेशन को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, भारत की दुनिया में अब एक मजबूत देश के रूप में छवि बन चुकी है और हिंदुस्तान ने पूरी दुनिया को संदेश दे दिया है कि वह सरहद के इस पार ही नहीं बल्कि जरूरत पड़ने पर उस पार भी घुसकर दुश्मन को मार सकता है।’

उन्होंने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा, भारत अपने पड़ोसी के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। मैं आपको यकीन दिलाना चाहता हूं कि पूरे हिन्दुस्तान का मस्तक हमारी सरकार कभी झुकने नहीं देगी।’