पंजाब के फरीदकोट में धर्मग्रंथ के पन्ने फाड़े का जान का विरोध एक हफ्ते के बाद भी जारी है। जहां एक बार फिर अशांति फैलाने की कोशिश जारी है। गुरदासपुर थाने पर हमला के बाद पिछले दिनों सिखों के धर्मग्रंथ के अपमान के पीछे उसका ही हाथ बताया जा रहा है।
इस घटना के बाद पंजाब के कई इलाकों में अब तक तनाव का माहौल बना हुआ है। इससे राज्य के कई इलाकों में रह रहे आम जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ा था। यही वजह है कि राज्य के चार जिलों में सुरक्षा के माहौल को देखते हुए BSF जवानों को तैनात किया गया है। इन चार जिलें में लुधिया, जालंधर, अमृतसर और तरन तारन मुख्य है। जहां पर भारी संख्या अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
आपको बता दें कि अब यह मामला चंडीगढ़़ पहुंच गया है। लुधियाना से विधायक बैंस ब्रदर पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल के घर का घेराव करने के लिए बुधवार को चंडीगढ पहुंचे थे।
छोटे भाई बलविंद्र बैंस को तो चंडीगढ़ पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बड़े भाई सिमरजीत सिंह किसी तरह से अपने समर्थकों के साथ बादल के घर के पास पहुंचने में कामयाब हो गए, जहां पुलिस ने पहले से ही बैरिकेड्स लगाए हुए थे।
प्रदर्शनकारी गुरू ग्रंथ साहिब के पन्ने फाड़े जाने वाले विरोध के मामले को लेकर सीएम से मिलना चाहते थे, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने वॉटर केनन की मदद से इन्हें आगे नहीं बढऩे दिया। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले सामने आ रहे हैं। इनका आरोप है कि सरकार इसे रोकने में नाकामयाब रही हैं। इन लोगों ने सीएम प्रकाश सिंह बादल और डिप्टी सीएम सुखबीर बादल के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी।
इनका कहना था कि पंजाब में इस समय जो भी तूफान मचा हुआ है उसके पीछे प्रकाश सिंह बादल हैं, इसलिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने पूछा वह क्यों लोगों से मुंह छिपा रहे हैं, उनका सामना क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बहबलकलां गांव में पुलिस गोली द्वारा मारे गए युवाओं को मुआवजे देने की मांग की। वहीं, पुलिस अफसरों पर केस दर्ज करके उनके खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त जतिंदर सिंह औलख ने बीते दिन ही बताया था अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और तरनतारन जिले में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इन जिलों में स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए अर्धसैनिक बलों की दस कंपनियों को रवाना किया गया है।
बठिंडा जिले के गुरुसर महराज गांव में गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की एक और घटना सामने आई है। इसके बाद से लुधियाना के पुलिस कमिश्नर पीएस ने राज्य के ग्रामीण एरिया में भी जवानों को तैनात किया है।
गौरतलब है कि धर्मग्रंथ के पन्ने फाड़े जाने के अपमान की घटनाओं के खिलाफ राज्य के विभिन्न स्थानों पर सिख संगठनों का धरना जारी है। गुरुग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन के बीच अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और तरनतारन समेत कई जगहों पर केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है।
शांति स्थापित करने के लिए सेना ने अमृतसर में एक फ्लैग मार्च भी निकाला। राज्य के फिरोजपुर लुधियाना हाईवे प्रदर्शनकारियों द्वारा सुबह 10 बजे से दोपहर के 1 बजे तक प्रदर्शन जारी रहा।