कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने हिंदू पाकिस्तान वाली टिप्पणी के बाद एक और नया बयान दिया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा है कि बीजेपी अब क्या हिंदुत्व में तालिबान लाने की कोशिश कर रही है? बता दें कि थरूर इससे पहले हिंदू पाकिस्तान वाली टिप्पणी को लेकर आलोचना का शिकार हो चुके हैं। विवाद इतना गर्माया कि कांग्रेस तक ने उनके बयान से किनारा कर लिया था। हालांकि, वह अपने बयान पर विरोध के स्वर उठने के बाद भी अडिग रहे।
मंगलवार (17 जुलाई) को एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेसी नेता ने कहा, “बीजेपी के लोग कह रहे थे कि मैं पाकिस्तान चला जाऊं। मगर उन्हें यह बात कहने का अधिकार किसने दिया कि मैं उनके अनुसार हिंदू नहीं हूं। मुझे क्या देश में रहने का हक नहीं है? क्या वे लोग हिंदुत्व के भीतर तालिबान लाने की शुरुआत नहीं कर रहे?”
हिंदू पाकिस्तान वाले बयान को लेकर इससे पहले थरूर के दफ्तर पर हमला हुआ था। आरोप था कि सोमवार (16 जुलाई) को केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित दफ्तर में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की। जगह-जगह काले झंडे लगाए और होर्डिंग पर कालिख फेंकी। उपद्रवियों ने वहां पर एक बोर्ड पर लिखा- थरूर का पाकिस्तान दफ्तर।
कहां से उपजा विवादः कांग्रेसी नेता के साथ आए-दिन हो रहे विवादों की असल जड़ उनका हिंदू पाकिस्तान वाला बयान है। उन्होंने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में कहा था, “अगर बीजेपी दोबारा लोकसभा चुनाव जीतती है तो हमारा लोकतांत्रिक संविधान खत्म हो जाएगा, क्योंकि उनके पास देश के संविधान को तहस-नहस करने और नया संविधान लिखने वाले सारे तत्व हैं।”
बकौल थरूर, “बीजेपी वालों का लिखा नया संविधान हिंदू राष्ट्र के सिद्धांतों पर बनेगा, जो अल्पसंख्यकों के अधिकारों को खत्म करेगा व भारत को हिंदू पाकिस्तान बना देगा। गांधी, नेहरू, पटेल, आजाद और स्वतंत्रता आंदोलन के महानायकों ने ऐसे देश के लिए लड़ाई नहीं लड़ी थी।”