हिंदूवादी संगठनों की चेतावनी के बाद पुणे स्थित मॉर्डन कॉलेज को शुक्रवार को आनन-फानन में महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी का लेक्चर रद्द करना पड़ा। तुषार गांधी ने खुद इस बात की सूचना अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘मॉर्डन कॉलेज पुणे को चेतावनी के बाद जबरन अपना प्रोग्राम रद्द करना पड़ा। यह प्रोग्राम बापू की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा था। प्रोग्राम को इसलिए रद्द करना पड़ा क्योंकि मैं इसका हिस्सा बनने जा रहा था। पतितपावन संस्था ने मेरे उपस्थित होने पर कार्यक्रम को बाधित करने की धमकी दी थी।’

इस बीच, कॉलेज अधिकारियों ने दावा किया कि उन्हें कई संगठनों से पत्र मिले, लेकिन उन्होंने ‘शांतिपूर्ण विरोध’ की चेतावनी दी। हालांकि, प्रैक्टिकल परीक्षाओं और परिसर में 1000 से अधिक छात्रों की मौजूदगी के चलते व्याख्यान को रद्द करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए क्योंकि परिसर में अगर हिंसा हुई तो छात्रों की निकासी मुश्किल हो जाएगी।

कॉलेज का संचालन प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसाइटी के तहत होता है। सोसायटी के अध्यक्ष गजानन एकबोटे ने प्रोग्राम के रद्द होने पर कहा ‘मंगलवार दोपहर, कुछ छात्रों ने प्रिंसिपल संजय खरात से संपर्क किया और तुषार के कुछ वीडियो क्लिप दिखाए।

उन्होंने दावा किया कि उनके भाषण राजनीतिक रूप से प्रेरित रहते हैं और ऐसे में वर्तमान में चल रहे सीएए, एनआरसी विरोध के मद्देनजर उनका भाषण लोगों की भावनाओं को उकसा सकता है। इस कार्यक्रम का आयोजन एसएसपीयू फंड के तहत किया गया इसलिए उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि कॉलेज के चंदे का इस्तेमाल राजनीतिक स्वाद वाली घटनाओं के लिए नहीं किया जाना चाहिए।’