Hindu-Muslim WhatsApp Group Row: केरल की पिनाराई विजयन सरकार ने सोमवार को दो आईएएस अधिकारियों के गोपालकृष्णन और एन प्रशांत को कथित तौर पर आचरण उल्लंघन के लिए सस्पेंड कर दिया है। 2013 बैच के अधिकारी गोपालकृष्णन इस महीने मल्लू हिंदू ऑफिसर्स नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के बाद विवादों में घिरे हैं। वहीं प्रशांत ने पिछले तीन दिनों में सोशल मीडिया पर एक अन्य आईएएस अधिकारी ए जयतिलक के खिलाफ कई पोस्ट की थी। इसके बाद उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।
सीएम पिनाराई विजयन ने मुख्य सचिव शारदा मुरलीधरन की रिपोर्ट के आधार पर दोनों को सस्पेंड करने का फैसला लिया। इससे पहले रेवेन्यू मिनिस्टर राजन ने कहा था कि अधिकारियों को अपनी मर्जी से काम करने की बिल्कुल भी इजाजत नहीं है। अधिकारियों को नियम और कायदों के हिसाब से काम करना होगा। मल्लू हिंदू ऑफिसर्स ग्रुप 30 अक्टूबर को बनाया गया था और इसमें कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को इसके मेंबर के तौर पर जोड़ा गया था। हालांकि, इस ग्रुप को कुछ ही घंटों के अंदर हटा दिया गया था। कई अधिकारियों ने इस पर आपत्ति जताई थी।
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अधिकारी ने फोन हैक होने की कही थी बात
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कुछ ही दिनों के बाद में गोपालकृष्णन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कहा कि उनके फोन को हैक करके इस तरह का ग्रुप बनाया गया था। इतना ही नहीं और भी कई सारे ग्रुप बनाए गए थे जिनमें से एक मल्लू मुस्लिम ऑफिसर्स भी शामिल है। साथ ही उन्होंने अपने फोन को फॉर्मेट भी कर दिया। इसके बाद शक की सुई और भी गहरा गई।
गोपालकृष्णन को सस्पेंड करने वाले आदेश में कहा गया कि पुलिस जांच में पता चला कि इस बात का कोई भी सबूत नहीं मिला है जिससे यह पता चले कि डिवाइस को हैक कर लिया गया था। इस आदेश में यह भी कहा गया कि पता चला है कि अधिकारी ने अपने फोन को फोरेंसिक जांच के लिए जमा करने से पहले खुद ही फोन को कई बार फार्मेट किया।
आईएएस अधिकारी प्रशांत पर क्यों एक्शन हुआ?
अब बात आईएएस अधिकारी प्रशांत की करें तो उनको राज्य के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ए जयतिलक के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने को लेकर सस्पेंड किया गया। प्रशांत ने कुछ दिन पहले एक फेसबुक पोस्ट में कहा था कि जयतिलक एक मनोरोगी हैं। उन्होंने मसाला बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में जयतिलक के कार्यकाल के दौरान कथित अनियमितताओं के संबंध में उनके खिलाफ जांच की एक समाचार रिपोर्ट शेयर की। प्रशांत के निलंबन आदेश में कहा गया कि उन्होंने आईएएस सेवा नियमों का उल्लंघन किया है। अपने सस्पेंशन पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत ने कहा कि उनसे सफाई मांगे बिना ही यह कार्रवाई की गई।