अखिल भारतीय हिंदू महासभा के मेंबर कमलेश तिवारी द्वारा पैगंबर मोहम्‍मद के बारे में कथित तौर पर की गई एक टिप्‍पणी को लेकर पूरे देश में मुसलमानों ने प्रदर्शन किया। इस बीच, हिंदू महासभा ने खुद को तिवारी के बयान से अलग कर लिया है। संगठन ने कहा है कि वे पैगंबर का अपमान करना सही नहीं है। बता दें कि तिवारी जहां खुद को अखिल भारतीय हिंदू महासभा का कार्यकारी अध्‍यक्ष बता रहे हैं, वहीं पुलिस ने कहा है कि उसके संगठन से कोई रिश्‍ता नहीं है। हालांकि, संगठन का कहना है कि तिवारी दशकों पुराने कार्यकर्ता हैं, लेकिन उनके पास कोई पद नहीं है। उधर, बिजनौर में जमीयत शाबाबुल इस्‍लाम के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अनवरुल हक ने तिवारी के सिर पर 51 लाख रुपए का इनाम रखा है।

संगठन के नेशनल जनरल सेक्रेटरी मुन्‍ना कुमार शर्मा ने एक लिखे हुए बयान में कहा, ”पैगंबर मोहम्‍मद के बारे में कोई टिप्‍पणी करना सही नहीं है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा तिवारी से सहमत नहीं है। ये उनके निजी बयान हैं। हम सभी धर्मों और उनके गुरुओं का सम्‍मान करते हैं। हम अखंड हिंदू राष्‍ट्र, हिंदू, हिंदी, हिंदुस्‍तान के लिए प्रति‍बद्ध हैं। हम सभी समुदायों की तरक्‍की के समर्थक हैं।” बता दें कि तिवारी के कथित बयान से आहत मुसलमानों ने लुधियाना, इंदौर, बेंगलुरु, लखनऊ, भोपाल, यूपी समेत कई जगहों पर प्रदर्शन किया। अधिकतर रैलियों में तिवारी को फांसी पर लटकाने की मांग की गई।

क्‍या है मामला
मामला उस वक्‍त शुरू हुआ, जब यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने 29 नवंबर को कथित तौर पर राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में कुछ आपत्‍त‍िजनक टिप्‍पणी की। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी प्रतिक्र‍िया में ही तिवारी ने कथित टिप्‍पणी की। कुछ दिन तक उनका बयान सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हुआ, जिसके बाद मुस्‍ल‍िम धर्मगुरुओं का ध्‍यान इस ओर गया। बाद में तिवारी का बयान उर्दू मीडिया में भी छपा। बयान पर पहली प्रतिक्रिया स्‍वरुप 2 दिसंबर को सहारनपुर के देवबंद में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ। इसमें दारूल उलूम के स्‍टूडेंट्स शामिल हुए। मुसलमानों में फैले गुस्‍से के मद्देनजर तिवारी को 2 दिसंबर को अरेस्‍ट कर लिया गया। वह फिलहाल जेल में हैं। शांति कायम करने के लिए सीएम अखिलेश यादव ने मुस्‍ल‍िम धर्मगुरुओं के साथ बीते बुधवार को अपने आवास पर मीटिंग भी की। सीएम ने आश्‍वासन दिया कि तिवारी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पूरे यूपी में अलर्ट
प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम देवाशीष पांडा ने कहा कि शुक्रवार की नमाज के बाद यूपी के विभिन्‍न जिलों में प्रदर्शन की खबर मिली है। सभी डीएम और एसपी को हालात पर पैनी नजर रखने के आदेश दिए गए हैं। फिलहाल हालात कंट्रोल में हैं। बता दें कि शुक्रवार को मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली, गोरखपुर, फरुखाबाद, लखनऊ और कई दूसरे जिलों में प्रदर्शन हुआ था।

विवादों से तिवारी का पुराना नाता
यूपी के सीतापुर जिले के रहने वाले तिवारी पहले भी विवादों में रहे हैं। इस साल वे दो बार गिरफ्तार हो चुके हैं। पहली बार जनवरी में, जब उन्‍होंने महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे नाथूराम गोडसे के सम्‍मान में मंदिर बनवाने का एलान किया। इसके बाद, अगस्‍त महीने में जब उन्‍होंने काशी विश्‍वनाथ मंदिर इलाके में स्‍थ‍ित एक मस्‍ज‍िद को लेकर आपत्‍त‍िजनक टिप्‍पणी की। तिवारी पर कुछ पत्रकारों को धमकाने का भी आरोप है। इसके अलावा, वे असहिष्‍णुता पर आमिर खान की टिप्‍पणी को लेकर कथित तौर पर उनका सिर कलम करने की डिमांड भी कर चुके हैं।

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