हिमाचल प्रदेश के सियासी संकट से निपटने के लिए कांग्रेस पार्टी ने 6 सदस्यों वाली कॉर्डिनेशन कमेटी बनाने का फैसला किया है। इस कमेटी में राज्य के CM, PCC, डिप्टी सीएम के अलावा तीन और सदस्य होंगे। पर्यवेक्षक बनाकर हिमाचल भेजे गए वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि कमेटी में शामिल तीन नेताओं के नाम बाद में बताए जाएंगे।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि हमारे सीएम ने यह माना है कि कुछ फेलियर हुए हैं लेकिन ये आगे नहीं होंगे। हमने सभी विधायकों से पर्सनली बात की है। हमने पीसीसी अध्यक्ष और सीएम से भी बात की है। एक राउंड की बातचीत बाद में होगी। इसलिए सभी ने अपने मतभेद सुलझा लिए हैं। सभी मिलकर काम करेंगे।
उन्होंने बताया कि हमने पार्टी और सरकार के बीच एक कॉर्डिनेशन कमेटी बनाई है जिसमें पांच से छह सदस्य होंगे। सभी मिलकर पार्टी और सरकार को बचाने के लिए काम करेंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल में कांग्रेस पार्टी की सरकार है और सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्य के सीएम हैं। सभी विधायक चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी की सरकार पांच साल चले। यहां ऑपरेशन लोटस नहीं चलेगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्या कहा?
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “राज्यसभा चुनाव के बाद सभी ने यह सोचना शुरू कर दिया कि हिमाचल प्रदेश की सरकार गिर रही है। मैंने ऐसी खबरें भी सुनी कि सीएम ने रिजाइन कर दिया है, जिसका मैं निंदा करता हूं। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि फाइनल वोटिंग के दौरान हमारा नंबर नीचे आ जाए। मैं जानना चाहता हूं कि बीजेपी की बहुमत की बात कर रही है। वो हाउस में बवाल करते हैं। मैंने कहना चाहता हूं कि बीजेपी जिस तरह की घटिया राजनीति कर रही है, वो यह बिना बहुमत के कर रही है। वो सिर्फ सरकार गिराना चाहत ेहैं, जनता उन्हें करारा जवाब देगी।”