Himachal Pradesh Cloudburst: हिमाचल प्रदेश में लगातार खराब हो रही मौसम की स्थिति के बीच मंगलवार को कुल्लू जिले की गड़सा घाटी में बादल फट गया। बादल फटने से कुल्लू में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और कृषि भूमि का काफी नुकसान हुआ। अधिकारियों के अनुसार, दो पुलों और कुछ मवेशियों के बह जाने की भी आशंका है, जबकि भारी बारिश के कारण भुंतर-गड़सा सड़क मार्ग कई स्थानों पर धंस गई है। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी स्थिति का आकलन के लिए घटनास्थल का मुआयना कर रहे हैं।
मलाणा डैम के गेट के खराब होने कारण पानी का बहाव बहुत तीव्रगति से हो रहा है। जिसको देखते हुए कुल्लू जिला प्रशासन ने सोमवार को पार्वती नदी के किनारे रहने वाले स्थानीय लोगों से सतर्क रहने की अपील की थी।
नदी के किनारे रहने वाले लोगों को किया गया सतर्क
कुल्लू के डिप्टी कमिश्नर आशुतोष गर्ग ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘हमने नदी के किनारे के गांवों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया है कि मलाणा डैम दो में दरार पड़ने की स्थिति में उन्हें वहां से हटा दिया जाएगा।’ उन्होंने कहा, अब तक स्थिति गंभीर नहीं है, क्योंकि केवल 30 क्यूसेक पानी ओवरफ्लो हो रहा है और धारा के नीचे मलाणा बांध 1 टूटने की स्थिति में कुछ समय के लिए पानी रोक सकता है, जिससे निकासी की अनुमति मिल सकती है। जिला प्रशासन की ओर से डैम पर एनडीआरएफ की टीम को भी तैनात किया गया है जो हाइड्रो प्रोजेक्ट मलाणा की टीम के साथ बंद पड़े गेट खोलने का काम कर रही है। प्रशासन के मुताबिक, मलाणा नाले का पानी लगातार बांध के ऊपर से बह रहा है जिससे फिलहाल कोई खतरा नहीं है।
जानिए क्या है मलाणा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट-2
मलाणा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट-2 का ये डैम मलाणा नाले पर बना है। भारी बारिश के कारण नाले का जलस्तर बढ़ गया है जिसके कारण डैम भी लबालब भर गया था। इस डैम के तीन गेट हैं, जो फिलहाल सिल्ट की वजह से जाम हो गए हैं। डैम के गेट ना खुलने के कारण पानी डैम के ऊपर से बह रहा है।100 मेगावाट की क्षमता का यह डैम मलाणा की एक पहाड़ी पर बना है। जिसे मलाणा जल विद्युत परियोजना-2 कहा जाता है।
राज्य के आठ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
स्थानीय मौसम कार्यालय ने 26 और 27 जुलाई को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। मौसम कार्यालय ने कहा था कि राज्य के 12 में से आठ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकते है, जिसको देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। साथ ही भूस्खलन, बाढ़ और नदियों में बढ़ते पानी को लेकर भी लोगों को आगाह किया गया है।