Hijab Ban: ईरान में हिजाब न पहनने के कारण पुलिस हिरासत में ली गयी 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद वहां हिंसा भड़क गयी है। अमीनी की मौत के बाद भड़के विरोध प्रदर्शनों पर इस्लामिक रिपब्लिक पुलिस की कार्रवाई में अब तक कई नागरिक मारे गए हैं। इस बीच हिजाब बैन पर बात करते हुए कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि भारत की मह‍िलाएं कमजोर मानस‍िकता की।

बीजेपी से कांग्रेस में गए केसीसी चेयरमैन डॉ उदित राज ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “इरानी महिलाओं को सलाम। कट्टरपंथियों ने डंडे के बल पर हिजाब जरूरी किया लेकिन मानसिक रूप से दबा नही पाए। सड़क पर उतर कर पुरुष सत्ता को चुनौती दी। अब तक 31 शहीद हो गए हैं। भारत की महिलाएं मानसिक रुप से कमज़ोर, स्वयं के लिए क्या लड़ेगी, ईरान की महिलाओं का समर्थन तक नहीं दिया।”

सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन: सोशल मीडिया पर उनके इस कमेंट पर लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए। चंदन (@Chandanmsamrat) नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “कभी कभी आप भी अच्छी बात कर लिया करता है।” दिनेश (@dinesh_keyal) नाम के एक यूजर ने लिखा, “ट्वीट डिलीट मत करना।” कौशल शर्मा (@Ksharma23) ने लिखा, “भारत में भी महिलाओं और पुरुषों ने हिजाब पहनने की आजादी का समर्थन किया था। कुछ बेड़ियों को तोड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और कुछ उन्हें लगाने को आतुर हैं।”

अंशुल चव्हाण (@anshul_chavhan) नाम के यूजर ने उदित राज के कमेंट पर लिखा, “भारत की महिलाएं मानसिक रूप से कमज़ोर? आप किसी भी विचारधारा का समर्थन करो, लेकिन महिलाओं के योगदान को न कल नकारा जा सका था न आज। महोदय ज्ञात हो यदि तो भारतीय महिलायें अपने वैधानिक हक़ की लड़ाई में हमेशा अग्रसर रही है जहां आप जैसी मानसिकता ने उन्हें दबाने की कोशिश ज़रूर की।”

क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि ईरान में महसा अमीनी की मौत के बाद भड़के विरोध प्रदर्शनों पर इस्लामिक रिपब्लिक पुलिस की कार्रवाई में 31 नागरिक मारे गए हैं। ईरान में 22 साल की महसा अमीनी को हिजाब न पहनने के कारण पुलिस ने 13 सितंबर को हिरासत में लिया था। आरोप है कि पुलिस ने हिरासत में उसके साथ मारपीट की गई थी, जिसके बाद वो कोमा में चली गई। घटना के तीन दिन बाद अमीनी की मौत हो गई।