पीएम मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद स्मृति ईरानी और जंयत सिन्हा के मंत्रालय बदल दिए गए। स्मृति को मानव संसाधन विकास मंत्रालय से उठाकर कपड़ा मंत्रालय में लगा दिया गया और जयंत सिन्हा को वित्त राज्य मंत्री के पद से हटाकर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री बनाया गया है। इन दोनों को हटाए जाने के पीछे कुछ कारण निकलकर सामने आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि स्मृति ईरानी को उनकी लड़ाईयों और विवादों के चलते हटाया गया है और जयंत सिन्हा को उनकी चाय पार्टी की सजा मिली है।
RSS के एक सदस्य ने बताया है कि स्मृति ईरानी सख्त थीं और विवाद उत्पन्न करती रहती थीं। इस वजह से अमित शाह और बीजेपी के किसी नेता की उनसे नहीं बनती थी। इस वजह से उनका मंत्रालय बदला गया है।
जयंत सिन्हा के बारे में भी ऐसी ही बातें सुनने में आती हैं। माना जाता है कि आर्थिक मुद्दों पर उनके कुछ विचार ऐसे थे जो सरकार की सोच से मेल नहीं खाते थे। इसके साथ ही बैंक और सरकारी अधिकारियों के साथ उनके घर पर आयोजित एक चाय पार्टी को लेकर भी सरकार नाराज हो गई थी। इस कार्यक्रम में पार्टी से ‘बाहर’ के कुछ लोगों को भी बुला लिया गया था।