भारत सरकार ने यूके से भारत लौट रहे यात्रियों के लिए नई एसओपी जारी की है। केंद्र सरकार का कहना है कि यूके से भारत लौटने पर एयरपोर्ट पर यात्रियों का RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। इस दौरान जो लोग कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से संक्रमित पाए जाएंगे उन्हें आइसोलेट होकर रहना होगा। यही नहीं संक्रमित पाए गए लोगों के साथी यात्रियों को भी क्वॉरंटाइन किया जाएगा। ये एसओपी कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद से मचे आतंक के चलते जारी की गई है। यूके में इस नए वैरिएंट का कहर देखा जा रहा है।

एसओपी जारी करते हुए सरकार ने कहा कि कोरोना का नया वैरिएंट ज्यादा तेजी से फैलता है। खासकर युवाओं को इससे बचने की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा कि अभी तक ऐसा बताया जा रहा है कि कोरोना का नया वैरिएंट अधिक संक्रामक है और तेजी से फैलता है। खास बात ये है कि कोरोना के नए वैरिएंट के असर को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उन यात्रियों के लिए भी एसओपी जारी की है जो कि पिछले चार हफ्तों यानी 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक भारत लौटे हैं।

इन यात्रियों को अपनी पिछले 2 हफ्तों की ट्रैवल हिस्टरी बतानी होगी साथ ही एक सैल्फ डिकलेरेशन फॉर्म भरना होगा। इनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी किया जाएगा। खासकर वह टेस्ट भी किया जाएगा जिससे कि नए वैरिएंट का पता चल सके। अगर वे कोरोना के पुराने वैरिएंट से संक्रमित पाए जाते हैं तो उनको वही उपचार दिया जाएगा जो देश में बाकी मरीजों को दिया जा रहा है।

हालांकि अगर नए वैरिएंट से यात्री संक्रमित पाए जाते हैं। तो उनको आइसोलेट किया जाएगा। नियमित उपचार के 2 हफ्ते बाद फिर से टेस्ट किया जाएगा। जब तक मरीज के कोरोना से नेगेटिव होने की पुष्टि नहीं हो जाती उसे आइसोलेट ही रखा जाएगा।

मामले में सभी एयरलाइन्स को कहा गया है कि वे सभी यात्रियों को चैक इन से पहले नई एसओपी की जानकारी दे दें। सरकार ने राज्यों के हिसाब से पिछले 4 हफ्तों में भारत आए लोगों की जानकारी जुटाने का फैसला किया है। जिससे इन लोगों की निगरानी करने में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर सकें।