हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय में काम करने वाले कुछ अधिकारी, कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब खबर आयी है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में इस बात को लेकर नाराजगी है कि मंत्रालय में कितने कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं, इसकी उन्हें जानकारी ही नहीं है। इतना ही नहीं पॉजिटिव केस मिलने के बाद मंत्रालय में सैनेटाइजेशन का काम किया जाना था लेकिन उसमें भी देरी हुई है।
द इंडियन एक्सप्रेस के देल्ही कॉन्फिडेंशियल लेख के अनुसार, मंत्रालय में सिर्फ साप्ताहांत में ही सैनेटाइजेशन का काम किया गया है, जबकि यहां कोरोना के कई मामले सामने आ चुके हैं। मंत्रालय के अधिकारियों के कामकाज के तरीकों पर भी नाराजगी है। दरअसल कई अधिकारियों ने लोगों को अपने ऑफिस से दूर रखने के लिए अपने ऑफिस के बाहर लकड़ी के डंडे लगा दिए हैं।
मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी इस बात से भी नाराज हैं कि कई अधिकारी जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे वह सामान्य लोगों की तरह अन्य लोगों से मिल रहे हैं और उन्होंने खुद को क्वारंटीन भी नहीं किया है!
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय में बीते हफ्ते 5 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद मंत्रालय में सैनेटाइजेशन का भी काम हुआ था। पॉजिटिव पाए गए कर्मचारियों में एक निदेशक स्तर के अधिकारी भी शामिल थे। पॉजिटिव पाए गए कर्मचारी स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत आने वाले सेंटर ऑफ हेल्थ इंफोर्मेटिक्स में कार्यरत थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के जो कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए थे, उनका निर्माण भवन में भी आना जाना लगा रहता था। यही वजह रही कि सैनेटाइजेशन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और DGHS, निर्माण भवन 6-7 जून को बंद रखे गए थे।
बता दें कि भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे के दौरान देश में कोरोना के 9987 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 331 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही देश में कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा बढ़कर 2,66,598 हो गया है। इनमें से 1,29,917 एक्टिव केस हैं और 1,29,215 मरीज ठीक हो चुके हैं। भारत में कोरोना से अब तक 7466 लोगों की मौत हुई है।