दिल्ली शराब घोटाले में ईडी की तरफ से दर्ज कराए गए PMLA के केस में पहली बार दो आरोपियों को अदालत से रेगुलर बेल मिली है। कोर्ट ने माना कि एजेंसी दोनों आरोपियों के खिलाफ कोई ऐसा साक्ष्य पेश नहीं कर सकी जिससे माना जाए कि दोनों का घोटाले में कोई एक्टिव रोल था। शराब घोटाले में दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं। वो जमानत के लिए गुहार लगा रहे हैं पर कोर्ट उनको बेल नहीं दे रही।
मनी लांड्रिंग एक्ट में पहली दफा रेगुलर बेल पाने वाले आरोपियों में राजेश जोशी और गौतम मल्होत्रा शामिल हैं। दोनों को स्पेशल कोर्ट से बेल मिली। दोनों ही मामलों में ईडी ने पुरजोर कोशिश की कि आरोपियों को रेगुलर बेल न मिल सके। लेकिन जज ने सिरे से एजेंसी की दलीलों को नकार दिया।
कोर्ट में बोली ईडी- विजय नायर का करीबी है राजेश जोशी
राजेश जोशी के मामले में ईडी ने कहा कि ये शख्स विजय नायर का बेहद करीबी है। साउथ लॉबी से 30 करोड़ की रिश्वत दिल्ली तक लाने में इसने ही अहम भूमिका निभाई थी। इसके जरिये ही रिश्वत की रकम गोवा चुनाव तक पहुंची थी। ईडी का कहना था कि इसे बेल देना सही कदम नहीं होगा।
जज बोले- न तो हवाला ऑपरेटर ने आरोप लगाया, न ही उनके रिकार्ड में जोशी का नाम
स्पेशल जज एमके नागपाल ने राजेश जोशी के मामले में माना कि वो रिश्वत की रकम को लेकर आया, इसका कोई स्वतंत्र साक्ष्य नहीं मिला है। जज का कहना था कि एजेंसी ने न तो किसी हवाला ऑपरेटर के हवाले से ऐसा कोई साक्ष्य दिया है जिसमें राजेश जोशी पर पैसे की हेरफेर का आरोप साबित होता हो। न ही किसी हवाला ऑपरेटर के रिकार्ड में राजेश जोशी का नाम मिला है। ऐसे में उसे कैसे मनी लांड्रिंग का आरोपी माना जाए। रिश्वत की रकम को गोवा चुनाव में खपाने के सवाल पर जज का कहना था कि केवल एक गवाह था लेकिन वो भी अपने बयान से पीछे हट गया। अदालत का कहना था कि दिल्ली के शराब घोटाले में रिश्वत की रकम तकरीबन 100 करोड़ रुपये की है। जोशी का रोल इसमें कहीं पर भी नहीं दिखा है।
ईडी बोली- गौतम मल्होत्रा ने दी थी 2.5 करोड़ की रिश्वत, जज बोले- गवाह ही मुकर गया
दूसरे आरोपी गौतम मल्होत्रा के केस में स्पेशल जज को बताया गया कि उसने तीन स्तरों पर घोटाले को अंजाम दिया। वो शराब की मैन्युफेक्चरिंग के साथ होलसेल और रिटेल बिजनेस में सक्रिय रूप से शामिल था। ईडी का कहना था कि मल्होत्रा ने 2.5 करोड़ रुपये की रकम बतौर रिश्वत दी थी। जज नागपाल का कहना था कि ईडी का स्टार विटनेस दिनेश अरोड़ा ही मल्होत्रा के खिलाफ दायर केस का समर्थन नहीं कर रहा है। स्पेशल कोर्ट ने माना कि दोनों आरोपियों को नियमित जमानत देने से केस पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। न तो वो देश से भागेंगे और न ही गवाहों को डराएंगे।