Banglore Stampede: बेंगलुरु में मची भगदड़ को लेकर कर्नाटक हाई कोर्ट में एक अहम सुनवाई हुई है। उस सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट की तरफ से कर्नाटक सरकार से कई सवाल पूछे गए हैं। कोर्ट ने मैनेजमेंट को लेकर सवाल उठाया है, व्यवस्था को लेकर सवाल हुआ है और ट्रैफिर पर भी घेरा गया है। कोर्ट ने कुल 10 सवाल कर्नाटक सरकार से पूछे हैं।
सवाल नंबर 1- आखिर किसने फैसला किया था कि विक्ट्री परेड निकालनी चाहिए?
सवाल नंबर 2- किस तरीके से और कब यह परेड निकालने का फैसला हुआ?
सवाल नंबर 3- क्या इस परेड के लिए पहले से कोई परमिशन ली गई थी?
सवाल नंबर 4- क्या किसी तरह की भी SOP जारी की गई थी?
सवाल नंबर 5- ट्रैफिक को रेगुलेट करने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए?
सवाल नंबर 6- भीड़ को काबू में करने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए?
सवाल नंबर 7- वेन्यू पर मेडिकल की क्या सुविधा उपलब्धि थी?
सवाल नंबर 8- भीड़ को लेकर क्या पहले से सरकार ने कोई अनुमान लगाया था?
सवाल नंबर 9- हादसे के तुरंत बाद क्या घायलों को उपचार दिया गया?
सवाल नंबर 10- घायलों को अस्पताल ले जाने में कितना वक्त लगा था?
वैसे एक तरफ कोर्ट में सुनवाई अभी भी जारी है तो वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक सरकार ने भी अब एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इस बारे में सीएम सिद्धारमैया ने कहा था कि कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर, स्टेशन हाउस मास्टर, स्टेशन हाउस ऑफिसर, एसीपी, सेंट्रल डिवीजन डीसीपी, क्रिकेट स्टेडियम प्रभारी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, पुलिस कमिश्नर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि कम्युनिकेशन गैप, जरूरत से ज्यादा भीड़ और फैन्स की अति उत्सुकता की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ है। सीएम सिद्धारमैया ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि भीड़ जरूरत से ज्यादा आ गई थी, जितना सोचा गया था उससे कई अधिक लोग पहुंचे थे। इसी वजह से 11 लोगों की दर्दनाक मौत हुई और कई घायल हो गए।
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