हरियाणा के बहुचर्चित पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने दिल्ली पुलिस के सिपाही रोबिन को गिरफ्तार किया है। बता दें कि रोबिन को हरियाणा के बहुचर्चित पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। आरोपी रोबिन 2009 में फर्जी तरीके से दिल्ली पुलिस में बतौर सिपाही के पद भर्ती हुआ था। उसे एसटीएफ ने दिल्ली के प्रहलादपुर इलाके से गिरफ्तार किया है।
एक हजार युवाओं को दिलाई नौकरी: रोबिन ने 2012-13 में अपने इस गोरखधंधे को पूरे देशभर में फैलाया। इसके जरिए वो अभी तक 1 हज़ार युवाओं की इसी फर्जी तरीके से नौकरी लगवा चुका है। बता दें कि हरियाणा पुलिस ने रोबिन पर 1 लाख रुपये का इनाम भी रखा था। दरअसल जिस जगह पर ऑनलाइन पेपर आयोजित होते थे, उन लैब्स को रोबिन किराए पर लेकर अपने इस धंधे को बड़ी आसानी से चला रहा था।
अलग पेपर के लिए अलग-अलग रेट: रोबिन इसके लिए अलग-अलग परीक्षा के लिए अलग-अलग रेट तय करता था। इसके लिए 2 लाख से 10 लाख रुपये प्रतिभागियों से वह वसूलता था। जिसमें नेट पेपर के 2 लाख रुपये, पुलिस भर्ती के तीन से पांच लाख रुपये, एम्स में नौकरी और पीओ की जॉब के लिए 10 लाख रुपये रेट था। उसके इस गिरोह में करीब 200 लोग शामिल थे।
खुद को बताया था भाजपा नेता: बता दें कि सामने आई एक फोटो में रोबिन को हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की वर्चुअल मीटिंग अटेंड करते देखा गया। वहीं बरोदा से भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर दत्त के साथ भी उसकी फोटो है। इसके अलावा उसने कुछ दिन पहले अपनी एक शिकायत में खुद को भाजपा नेता भी बताया था।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, “हरियाणा का “पेपर लीक माफिया” अब NEET-JEE के पेपर हैक करने में भी सरग़ना। आरोपी बता रहा खुद को BJP का नेता। खुले आम चल रहा पेपर पास कराने का धंधा। क्या अब भी खट्टर सरकार के संरक्षण का और सबूत चाहिए ?”
वहीं रोबिन को लेकर हरियाणा पुलिस का कहना है कि रोबिन कोचिंग सेंटर पर अपने गुर्गे छोड़ता था और वहीं से परीक्षार्थियों को अपने जाल में लालच देकर फंसाता था। वह पेपर में पास करवाने के लिए 2 लाख से 10 लाख रुपए मांगता था। बता दें कि रोबिन हरियाणा के सोनीपत जिले में 5 स्कूल और कॉलेजों की कंप्यूटर लैब है, जहां वो कि उसे किराए पर लेकर इस गोरखधंधे को चलाता था।