Haryana Rajya Sabha Chunav 2024: हरियाणा में राज्यसभा की इकलौती सीट को लेकर होने वाले चुनाव के लिए बुधवार यानी 21 अगस्त को नामांकन का आखिरी दिन है। इससे पहले सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस छोड़कर हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं विधायक किरण चौधरी ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता को चंडीगढ़ में अपना इस्तीफा सौंप दिया है। जानकारी के मुताबिक स्पीकर ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी उन्हें राज्यसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर सकती है। इतना ही नहीं चुनावी समीकरण को देखते हुए उनका निर्विरोध जीतना भी तय माना जा रहा है।
किरण चौधरी का जीतना लगभग तय
हरियाणा में किरण चौधरी का जीतना लगभग तय माना जा रहा है। मौजूदा विधानसभा के हिसाब से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के पास केवल 28 विधायक हैं। वहीं बीजेपी के पास 41 विधायक समेत दो विधायकों का समर्थन भी प्राप्त है। इसके अलावा जेजेपी के भी 10 विधायक हैं। इनमें से 5 विधायक पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि बीजेपी के प्रत्याशी की आसानी से जीत हो जाएगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में दीपेंद्र हुड्डी की जीत के बाद यह सीट खाली हो गई थी। दीपेंद्र सिंह हुड्डा का राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल 2026 तक का बचा था। एक साल से अधिक कार्यकाल बचे होने की वजह से चुनाव आयोग की ओर से इस सीट पर उपचुनाव करवाया जा रहा है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हो चुका है।
कौन हैं किरण चौधरी?
किरण चौधरी कि गिनती हरियाणा के बड़े नेताओं में होती है। वह हरियाणा के तीन बार के मुख्यमंत्री रहे चौधरी बंसीलाल की बहू हैं। वह कांग्रेस के टिकट पर तोशाम सीट से चुनाव जीतीं। बंसीलाल के बेटे यानी किरण चौधरी के पति सुरेंद्र सिंह की एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। उन्होंने पहली बार 2005 में उपचुनाव में जीत दर्ज की। इसके बाद वे 2009, 2014. 2019 में विधानसभा चुनाव जीतती रही हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी बेटी श्रुति चौधरी को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। इसके बाद वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गईं।