हरियाणा के हिसार में एक पत्रकार को सरकारी अनाज सड़ने की खबर दिखाना महंगा पड़ गया। हरियाणा पुलिस ने एक पत्रकार के खिलाफ पिछले सप्ताह अवमानना और अपराध का मामला दर्ज किया है। पत्रकार ने करीब दो महीने पहले उकलाना शहर के सरकारी गोदाम में अनाज सड़ने के संबंध में खबर दिखाई की थी।
इसके बाद पत्रकारों ने अपने खिलाफ साथी पत्रकार के खिलाफ दर्ज मामले को खारिज कराने के लिए जिला प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात की। पत्रकारों का कहना है कि इस संबंध में उस अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए जिसने फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार की है। हिसार के डीएसपी (मुख्यालय) अशोक कुमार ने कहा कि पत्रकारों ने अपने साथी पत्रकार अनूप कुंडू के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के खिलाफ चिंता व्यक्त की है।
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैंने पत्रकारों को आश्वसान दिया है कि इस मामले में कोई अन्याय नहीं किया जाएगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले की पूरी तरह से जांच हो।’ इससे पहले पुलिस ने हरियाणा नागरिक खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के एक अधिकारी की तरफ से 8 सितंबर को शिकायत किए जाने के बाद केस दर्ज किया था। अधिकारी का कहना था कि चैनल पर जो न्यूज जारी की गई है वह फर्जी है। इसमें आरोप लगाया गया कि इससे विभाग और उसके अधिकारियों की छवि खराब हुई है।
इस बीच पत्रकार कुंडू ने हिसार डिप्टी कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में कहा कि उसने 17 जुलाई को एक ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की थी। यह रिपोर्ट 18 जुलाई को चैनल पर दिखाई गई। अनाज बारिश के कारण सड़ रहा था। यहां तक कि स्थानीय भाजपा नेताों ने भी देखा था कि गोदाम में अनाज सड़ रहा है। इसके बाद अधिकारी ने मेरा बयान दर्ज किए बिना एक फर्जी रिपोर्ट तैयार की।
पत्र में आगे कहा गया कि मेरे सहयोगी सज्जन कुमार ने इस संबंध में जिला प्रशासन को 25 जुलाई को शिकायत दाखिल की। इसमें मेरी रिपोर्ट के बाद विभाग के अधिकारियों की तरफ से धमकी की बात कही गई थी। लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई।