हरियाणा के पलवल में सर्वजातीय हिन्दू पंचायत जारी है। पोंडरी इलाके में होने वाली इस हिंदू महापंचायत को पुलिस प्रशासन की तरफ से मंजूरी मिल गई है। हालांकि पुलिस ने इस महापंचायत को लेकर कुछ शर्तें रखी हैं। पुलिस ने आयोजकों से कहा है कि पंचायत में किसी भी तरह का आपत्तीजनक भाषण ना हो और कोई भी हत्यार लेकर ना आए। नूंह प्रशासन ने पलवल जाने वाली सभी सड़कों नाकाबंदी की है। अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों ने नूंह शहर तथा कस्बों में सुबह 7 बजे फ्लैग मार्च निकाला था। नल्हड़ मंदिर जाने वाली सड़क पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं।
क्या-क्या शर्त रखी गई हैं?
पिछले दिनों हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा को देखते हुए इस महापंचायत को लेकर प्रशासन काफी चौकन्ना दिखाई दे रहा है। आयोजकों को अलग-अलग शर्तों के साथ सभा करने की इजाजत दी गई है।
महापंचायत के दौरान किसी भी प्रकार की हेट स्पीच की सख्ती से मनाही है। इसके अलावा महापंचायत में आने वाले लोगों की संख्या को लेकर भी सख्त आदेश दिए गए हैं। सभा में किसी भी तरह का हथियार इस लाने की सख्ती से मनाही है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल की विशेष तैनाती की गई है। इलाके में कई जगहों पर नाकाबंदी की गई है।
किस योजना के तहत हो रही है महापंचायत
पलवल में हो रही इस हिन्दू महापंचायत में विश्व हिंदू परिषद की बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को फिर से शुरू करने पर चर्चा होगी, जो 31 जुलाई को झड़प के दौरान पथराव के बाद रोक दी गई थी। नूंह के अधिकारियों ने शुरू में सुरक्षा चिंताओं के कारण अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था, लेकिन पलवल के पुलिस अधीक्षक ने अब अनुमति दे दी है।
इंडिया टुडे के मुताबिक सर्व हिंदू समाज द्वारा आयोजित यह महापंचायत नूंह की सीमा से लगे पोंडरी गांव में बुलाई गई है। इसका उद्देश्य विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के जुलूस की निरंतरता को संबोधित करना है जिसे नूंह में हिंसा के कारण अचानक रोक दिया गया था। जुलूस को विरोध का सामना करना पड़ा, जिसके कारण दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई।