हरियाणा में आरक्षण को लेकर चले हिंसक आंदोलन के शांत होने के बाद केंद्र ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य के दो मंत्रियों को दिल्ली तलब किया है। हालांकि, ऑल इंडिया जाट संघर्ष समिति के एलान के बाद भी कई जगह अभी भी प्रदर्शनकारी डटे हैं। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू मनोहर लाल खट्टर से बात करेंगे।
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आरक्षण की मांग को लेकर 9 दिन चले आंदोलन के दौरान कुल 19 लोगों की मौत हुई, जबकि सैकड़ों घायल हुए।
हरियाणा सरकार के मंत्री रामविलास शर्मा के मुताबिक, जो बेकसूर लोग मारे गए हैं, उनकी परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देने की बात कही गई है।
एसोचैम के मुताबिक, 21 फरवरी तक ही करीब 20,000 करोड़ का नुकसान हो चुका था। आंदोलन से हरियाणा के रोहतक में सबसे ज्यादा हिंसा हुई। नॉर्दन रेलवे को 200 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। करीब 10 लाख रेल यात्री इस आंदोलन के चलते परेशान हुए और 1000 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुईं।