हरियाणा के जींद जिले में एक महिला को नॉर्मल डिलीवरी के बाद पेट में काफी दर्द हुआ, जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि उसके पेट में रूई छूट गई थी। परिवार ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था,जहां यह डिलीवरी हुई थी। दो दिन बाद बच्चे और महिला को अस्पताल से छुट्टी मिल गई, लेकिन घर पहुंचने पर महिला को पेट में तेज दर्द होने लगा। इस मामले को लेकर जांच फिलहाल जारी है।
कैसे पता लगा की पेट में रूई थी?
जानकारी के मुताबिक सदर थाना क्षेत्र के तहत आने वाले एक गांव के रहने वाले शख्स ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. गोपाल गोयल यह शिकायत दी थी। शिकायत में लिखा था कि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर 21 अक्टूबर को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां 22 अक्टूबर को उसकी ‘नॉर्मल डिलीवरी’ हुई और बच्ची का जन्म हुआ।
शिकायत के मुताबिक दो दिन बाद उसकी पत्नी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई, लेकिन घर जाने के बाद पत्नी को दर्द होने लगा। उसने कहा कि पत्नी को घर पर दवाइयां दी गईं, लेकिन उसे आराम नहीं हुआ, जिसके बाद उसे अहसास हुआ कि उसके शरीर से रुई जैसा कुछ बाहर निकल रहा है। शिकायत में दावा किया गया है कि इसके बाद परिजन उसे दोबारा सिविल अस्पताल लेकर आए, जहां उसके पेट से रुई निकली। इसके बाद महिला के पति ने सीएमओ गोयल को शिकायत दी और लापरवाही करने वाले चिकित्सक व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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मामले की जांच जारी
सोमवार को मामले के जांच अधिकारी नियुक्ति किए गए हैं। चिकित्सक अरविंद और महिला रोग उपचार विशेषज्ञ डॉ. मंजू सिंगला ने शिकायतकर्ता और आरोपी स्वास्थ्यकर्मियों को पूछताछ के लिए बुलाया लेकिन शिकायतकर्ता के घर बच्ची के जन्म से संबंधित कार्यक्रम आयोजित होने के चलते उन्होंने आने में असमर्थता जताई। शिकायतकर्ताओं को अब मंगलवार को बुलाया गया है।