पढ़ाई करने की कोई उम्र नहीं होती है। शिक्षा कभी भी हासिल की जा सकती है। फिर उम्र चाहे 50 हो या उससे पार। इस बात की ताजा मिसाल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि वह अंग्रेजी के पेपर में पास होने के साथ ही अब दसवीं कक्षा में उत्तीर्ण हो गए हैं।
86 वर्षीय चौटाला ने गत 18 अगस्त को अंग्रेजी विषय की परीक्षा दी थी। इसका परिणाम आज घोषित हुआ जिसमें चौटाला ने 88 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। दसवीं ओपन की परीक्षा के परिणामों की घोषणा के बाद शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने चौटाला को फोन कर उनके 10वीं के परिणाम की सूचना दी।
सिंह ने बताया कि चौटाला का 10वीं का अंग्रेजी विषय का परिणाम न आने के चलते हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने उनका 12वीं का परिणाम भी रोक रखा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को अब एक प्रार्थना पत्र बोर्ड को देना होगा जिसमें इस बात का उल्लेख हो कि उनका 10वीं का परिणाम घोषित कर दिया गया है तथा उनका 12वीं का लंबित परिणाम भी घोषित किया जाए। वह आगे बोले कि इसके बाद हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड सोमवार को उनका 12वीं का परीक्षा परिणाम भी घोषित करने में सक्षम हो पाएगा।
गौरतलब है कि 10वीं ओपन की अंग्रेजी विषय की परीक्षा पूर्व मुख्यमंत्री ने सिरसा स्थित आईएस सीनियर सेकंडरी स्कूल में राइटर (10वीं की छात्रा मल्कियत कौर) के माध्यम से दी थी। अंग्रेजी विषय के अंकों को जोड़ऩे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अब प्रथम श्रेणी में 10वीं कक्षा पास कर चुके हैं। इससे पूर्व, अंग्रेजी विषय के अंकों को जोड़े बगैर अन्य विषयों में उनके लगभग 54 प्रतिशत अंक थे।
सूबे के बेसिक शिक्षा भर्ती मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में उन्होंने सजा काटने के वक्त 10वीं की परीक्षा दी थी। वैसे, तब वह अंग्रेजी के पेपर में नहीं बैठ पाए थे। इसी वजह से इंग्लिश के पेपर में उनकी कंपार्टमेंट आई थी।
एक नजर में जानें चौटाला कोः ओम प्रकाश चौटाला देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल (ताऊ देवी लाल के नाम से भी मशहूर) के बेटे हैं। ओमप्रकाश के दो पुत्र (अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटाला) हैं, जबकि तीन बेटियां हैं। शिक्षक भर्ती घोटाला केस में 10 साल जेल की सजा काटने वाले जेल से रिहा हो चुके हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)