Haryana Assembly Election Results 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव इस बार काफी तगड़ा दिखाई दे रहा है और कई सीटों पर मुकाबला भी कांटे का रहने वाला है। बीजेपी, कांग्रेस के अलावा जेजेपी और आईएनएलडी जैसी पार्टियां भी कई सीटों पर गेम बिगड़ने का काम कर सकती हैं। ऐसी ही एक सीट है बरवाला जहां पर पिछले विधानसभा चुनाव में भी कांटे का मुकाबला देखने को मिला था। इस सीट पर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी के जोगीराम सेहाग ने बीजेपी के सुरेंद्र पुनिया को 3908 वोटो से हरा दिया था।
वैसे 2019 के विधानसभा चुनाव के परिणाम कई लोगों को इसलिए भी हैरान करते हैं क्योंकि बरवाला एक ऐसी सीट रही है जहां पर 1977 के बाद से पांच बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। दूसरी क्षेत्रीय पार्टियों का भी इस सीट पर खाता खुला है।
पिछले चुनाव का नतीजा
पार्टी | नेता | वोट |
जेजेपी | जोगी राम सिहाग | 45,868 |
बीजेपी | सुरेंद्र पुनिया | 41,960 |
INLD | राम निवास घोरेला | 17471 |
बरवाला सीट को लेकर एक इतिहास भी चला आ रहा है यहां पर पार्टियां अपने जीते हुए विधायक को भी दोबारा चुनावी मैदान में नहीं उतरती हैं। ऐसा भी देखा गया है कि जो विधायक एक बार बरवाला से जीत जाता है, दोबारा उसकी जीत उस सीट से नहीं हो पाती। इसका सबसे बड़ा उदाहरण तो वेद नारंग है जिन्होंने 2014 का विधानसभा चुनाव आईएनएलडी की टिकट पर जीता था, लेकिन 2019 के चुनाव आते आते उनके टिकट को ही काट दिया गया।
बरवाला सीट का इतिहास
बरवाला सीट को लेकर यह भी कहा जाता है कि तीन चुनाव के दौरान यह सीट एससी समाज के लिए आरक्षित थी, यानी की 1967, 1968 और 1972 में जो विधानसभा चुनाव हुए थे, तब बरवाला एक आरक्षित सीट थी। लेकिन जब इसे आरक्षित सीट से हटा दिया गया, उसके बाद से यहां पर जातीय समीकरण के अलग ही मायने देखने को मिले हैं। बरवाला एक ऐसी सीट है जहां पर छह बार किसी जाट नेता ने जीत दर्ज की है तो दो बार पिछड़े समाज के नेताओं को भी जीतने का मौका मिला है और एक बार पंजाबी समुदाय से आए प्रत्याशी ने भी जीत का परचम लहराया है। बड़ी बात यह है कि बरवाला सीट पर अभी तक एक बार भी भारतीय जनता पार्टी जीत दर्ज नहीं कर पाई है, उसका सियासी वनवास अभी तक कायम है।
अब इस बार बरवाला सीट से बीजेपी ने रणबीर गंगवा को टिकट देने का काम किया है। पिछला चुनाव वे नलवा सीट से जीते थे, लेकिन अब पार्टी ने अपना सियासी वनवास खत्म करने के लिए उन पर दांव चल दिया है।