Haryana Assembly Election Results 2024: हरियाणा चुनाव में फतेहाबाद जिले की रतिया सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सुरक्षित है। इस सीट पर अब तक 11 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। इनमें से चार बार आईएनएलडी जीती है। तीन बार कांग्रेस, दो बार हरियाणा विकास पार्टी और एक-एक बार जनता पार्टी और बीजेपी जीती है। यह क्षेत्र पंजाब की सीमा से लगा है। इस कारण यहां पर पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों की पहचान दिखती है। यहां के लोग पंजाबी और हरियाणवी दोनों बोलते हैं और पूरे क्षेत्र में मिली-जुली संस्कृति है। रतिया में शनिवार, 5 अक्टूबर, 2024 को मतदान होना है। रतिया में कुल मतदाता करीब ढाई लाख हैं। 2019 के चुनाव में यहां 112260 पुरुष वोटर और 102113 महिला मतदाता थे।

चार बार लगातार यह सीट आईएनएलडी के पास रही

2019 के चुनाव में यहां बीजेपी के लक्ष्मण नापा चुनाव जीते थे। उनसे पहले लगातार चार यह सीट आईएनएलडी के पास रही। इस सीट से इस बार बीजेपी ने पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को मैदान में उतारा। यहां के मौजूदा विधायक बीजेपी के ही लक्ष्मण नापा टिकट न मिलने से पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये हैं। इससे गुटबाजी और आपसी विरोध भी दोनों दलों में रहने की आशंका बढ़ गई है। आईएनएलडी भी अपनी पुरानी सीट बचाने के लिए कड़ा संघर्ष कर रही है।

2019 के चुनाव की स्थिति

क्रम संख्याउम्मीदवारपार्टीवोटों की संख्या
1लक्ष्मण नापाबीजेपी55,160
2जरनेल सिंहकांग्रेस53,944
3मंजू बालाजननायक जनता पार्टी29,909

मौजूदा विधायक लक्ष्मण नापा का दावा है कि पिछले पांच साल में उन्होंने क्षेत्र में करीब साढ़े 21 सौ करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए हैं। उनके मुताबिक शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए 156 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसके अलावा कई गांवों में के पक्के रास्ते बनवाए। अमृत सरोवर योजना के तहत गांव कमाना, रतनगढ़, हिजरावां कलां, कुकड़ावाली, नागपुर, जल्लोपुर, बादलगढ़, अयाल्की, अहरवां व गुरुसर में 9 करोड़ 83 लाख रुपये की लागत से तालाबों का सुंदरीकरण कराया गया।

2014 के चुनाव की स्थिति

क्रम संख्याउम्मीदवारपार्टीवोटों की संख्या
1प्रो. रविंदर बालियालआईएनएलडी50,905
2सुनीता दुग्गलबीजेपी50,452
3जरनेल सिंहकांग्रेस36,681

नए परिसीमन में रतिया विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का विस्तार हरियाणा के फतेहाबाद जिले के ढिंगसरा केसी के पीसी दरियापुर, खारयाती खेड़ा, कुकरांवाली और मानावाली, केसी हिरजावां कलां, पीसी भूथन कलां-I और II, धांगड़ केसी के बिरधाना-I, II और III, पीसी धीर, अयाल्की-I और II, फतेहाबाद केसी के फुल्ल और भोडिया खेड़ा तक कवर करता है।