मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) के इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) को हरियाणा के राज्यपाल बंदारू दत्तात्रेय (Bandaru Dattatreya) ने शपथ दिला दी है और इसके साथ ही उनकी सरकार के सभी मंत्रियों को भी शपथ दिला दी गई है। आज राज्य की सरकार में बड़ा फेरबदल हुआ है और बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जेजेपी के साथ अपना गठबंधन तक तोड़ दिया है। खास बात यह है कि नायब सिंह सैनी की सरकार में उनके अलावा किसी नए चेहरे को जगह नहीं मिली है। हालांकि खट्टर सरकार में गृहमंत्री रहे दिग्गज नेता अनिल विज नाराज है और खबरें हैं कि पार्टी उन्हें मनाने के प्रयास कर रही है।
माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में पूरी कैबिनेट ही बदली जा सकती है लेकिन ऐसा नहीं किया गया बल्कि पार्टी ने केवल सीएम मनोहरलाल खट्टर को ही पदमुक्त किया है। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की तरह ही उन्हें भी बीजेपी लोकसभा के सियासी रण में उतार सकती है।
बता दें कि खट्टर सरकार में गृहमंत्री अनिल विज को लेकर खबरें थीं कि वे भी सैनी सरकार में डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि नायब सिहं सैनी के सीएम बनने से नाराज हैं। इसके चलते वे शपथग्रहण समारोह में ही नहीं पहुंचे थे।
हरियाणा सीएम नायब सिहं सैनी सरकार का मंत्रिमंडल
अनिल विज को छोड़ दें तो नायब सरकार में शपथ लेने वाले सभी विधायक खट्टर सरकार में भी मंत्री थे और वे ही फिर मंत्री बन गए हैं। ऐसे में सीएम के साथ कुल 5 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है
- कंवपाल सिंह
- मूलचंद शर्मा
- रणजीत सिंह चौटाला
- जयप्रकाश दलाल
- डॉक्टर बनवारी लाल
बात राज्य के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की करें तो वे कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं और हरियाणा में बीजेपी के बड़े ओबोसी चेहरे में माने जाते हैं। सैनी प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे हैं। ऐसे में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य में जातिगत समीकरण साधने के साथ
खास बात यह है कि शपथ समारोह से पहले खबरें चल रही थी कि विवादित नेता गोपाल कांडा को भी सैनी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है लेकिन कांडा को कैबिनेट में कोई जगह नहीं मिली है।