हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। इससे पहले बीजपी आक्रमक प्रचार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह राज्य में चुनावी रैलियां कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस के लिए राहुल गांधी प्रचार कर चुके हैं। अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी शुक्रवार (18 अक्टूबर 2019) को महेंद्रगढ़ में चुनावी रैली करती नजर आएंगी।

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के लिए हरियाणा विधानसभा चुनाव में खुद को साबित करने और पार्टी में जान डालने का एक और मौका है। हालांकि 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में भी विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। सोनिया गांधी पहली चुनावी चुनावी रैली तो करने जा रही हैं लेकिन रैली का कांग्रेसी ही विरोध कर रहे हैं। इसके पीछे की वजह है करोड़ों का घोटाला।

दरअसल महेंद्रगढ़ सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक राव दान सिंह को टिकट दिया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि दान सिंह राव ने 2015 में चंडीगढ़ के एक व्यक्ति के साथ 60 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी की थी। उन्होंने जाली दस्तावेजों का उपयोग कर किसानों की जमीन बेच दी थी। जिसके बाद उन पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगया कि राव ने जाली दस्तावेजों के जरिए उन्हें गुरुग्राम (तत्कालीन गुड़गांव) में प्लॉट बेचें। रिपोर्ट में कहा गया है कि राव तब मुख्य संसदीय सचिव थे और टाउन एंड प्लानिंग विभाग उनके अन्तर्गत था। यही नहीं राव के अलावा उनके बेटे और पूर्व यूथ कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट अक्षत सिंह इस केस में सह-आरोपी हैं।

इसके अलावा सिंह पर आदर्श ग्रुप के सीईओ विवेक हरिव्यासी की मदद करने का भी आरोप है। आरोप है कि हरिव्यासी ने अपनी कंपनी के जरिए 200 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी की। मालूम हो कि विवेक हरिव्यासी पोंजी स्कैम के तीन आरोपियों में से एक है। बता दें कि राव के सामने बीजेपी के रामबिलास शर्मा चुनाव मैदान में हैं। शर्मा ने ही 2014 के चुनाव में राव दान सिंह को हराया था। हालांकि, उससे पहले 2000 से 2009 तक इस विधानसभा सीट पर दान सिंह जीतते आए।