पटेल कोटा आंदोलन का नेतृत्व करने के दौरान देशद्रोह के दो मामलों में जेल में बंद हार्दिक पटेल ने सोमवार कहा कि जेल से निकलने के बाद वह फिर से आंदोलन करेंगे। उन्होंने दावा किया कि गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी इसे नहीं रोक पाएंगी। हार्दिक ने सोमवार सूरत में एक स्थानीय अदालत में पेश किए जाने के दौरान मीडियाकर्मियों से कहा, ‘जब कभी मैं जेल से बाहर आऊंगा, आरक्षण हासिल करने के आंदोलन में जुट जाऊंगा। तब तक मैं जेल में अपना समय बिताऊंगा।’ हार्दिक ने कहा, ‘आंदोलन हमारी योजना के मुताबिक चलता रहेगा और कोई इसे रोक नहीं सकता, यहां तक कि मेरी बुआ (आनंदीबेन पटेल) भी नहीं।’

न्यायिक दंडाधिकारी जेपी राठौड़ की अदालत में पेश किए जाने के बाद उनके वकील यशवंत वाला को हार्दिक के खिलाफ देशद्रोह के पहले मामले में बीते शुक्रवार को दाखिल आरोपपत्र की प्रति दी गई। चूंकि यह मामला निचली सत्र अदालत में सुनवाई योग्य है इसलिए जिला अदालत ने मामला सूरत सत्र अदालत में चलाने का आदेश दिया जहां अगली सुनवाई 20 जनवरी को होगी।

गौरतलब है कि एक समुदाय के युवकों को आत्महत्या करने के बजाय पुलिसकर्मियों की हत्या के लिए कथित तौर पर उकसाने को लेकर हार्दिक के खिलाफ देशद्रोह का मामला अक्तूबर में दर्ज किया गया था। दूसरी ओर अहमदाबाद अपराध शाखा ने हार्दिक और उसके पांच साथियों के खिलाफ देशद्रोह का एक अन्य मामला दर्ज किया था।