जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में मारे गये श्रद्धालुओं को लेकर देश भर में गुस्सा है। हमले में मारे गये 7 में से 5 श्रद्धालु गुजरात के थे लिहाजा गुजरात में गम और गुस्सा ज्यादा है। लेकिन दुख की इस घड़ी में सियासत का दौर जारी है। गुजरात के नेता हार्दिक पटेल ने एक के एक कई ट्वीट किये हैं और इन हमलों पर कुछ सवाल उठाये हैं। हार्दिक पटेल ने इस हमले को गुजरात चुनाव से जोड़कर देखा है और पूछा है कि क्या ये हमला सुरक्षा में चूक का मामला है या फिर साजिश। हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया, ‘ गुजरात में इस साल चुनाव हैं, अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में मरनेवाले सभी गुजरात के हैं, सुरक्षा पर सवाल या फिर साज़िश?’ बता दें कि 10 जुलाई को हुए इस आतंकी हमले में 7 लोग मारे गये थे जिनमें से 5 गुजरात के हैं। हार्दिक पटेल के इस ट्वीट पर लोगों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। ट्वीटर पर लोगों ने हार्दिक पटेल को लताड़ लगाते हुए कहा है कि कम से कम दुख की इस घड़ी में उन्हें राजनीति तो नहीं करनी चाहिए।

निखिल दाधीच नाम के यूजर ने लिखा है कि एक सच्चा पाटीदार विपदा की ऐसी घड़ी में कभी ऐसी घटिया राजनीति नहीं करता। एक यूजर ने लिखा है कि ये बेहद शर्मिंदगी का विषय है इस हमले में बेकसूर लोगों की जान गई और आपको इस समय चुनाव याद आ रहा है। अमित नाम के एक यूजर ने लिखा है कि हिन्दू कश्मीर में मरे तो साजिश, बंगाल में मरे तो चुप्पी और केरल में मरे तो मामला रफा दफा। ज्यादातर यूजर ने हार्दिक पटेल के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया है।

हालांकि बावजूद इसके हार्दिक पटेल ने और भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, ‘आतंकवादी हमले की जैसे ही बीजेपी सरकार ने निंदा की और कहा कि हमलावरों को बक्शा नही जाएगा,ऐसा नही लगता है कि वही पुरानी कैसेट फिर से बज रही है।’ अपने आलोचकों को जवाब देते हुए हार्दिक पटेल ने लिखा है कि मैं सच बोलता हूं और बोलता रहूंगा, भक्तों को पसंद आए या ना आए मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, जिसको जो करना ना है कर ले।’ आगे हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया है कि, ‘सच बोल दिया तो बयानबाजी लगती है, ना बोले तो देशद्रोही लगते हैं, आपके देशभक्ति के सर्टिफ़िकेट की ज़रूरत नहीं हैं।’