हरदा की पटाखा फैक्ट्री में लगी आग ने पूरे मध्य प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। आग और रह-रहकर हो रहे धमाकों के चलते प्रशासन ने इलाके के कई घरों को भी खाली करा लिया, क्योंकि उनमें दरारे आ गई थीं। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। एसडीआरएफ द्वारा जारी रेस्क्यू ऑपरेशन अब पूरा हो गया है। राज्य के सीएम मोहन यादव भी आज घटनास्थल का दौरा करेंगे।
हरदा ब्लास्ट संबंधित फुटेज में दिखने वाली तबाही चीख-चीखकर बता रही है, कि आखिर यह हादसा कितना बड़ा और दर्दनाक था। हादसे के चश्मदीदों ने बताया है कि विस्फोट के बाद मौके पर कई शव पाए गए, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। हादसे को लेकर एक तरफ जहां प्रभावितों को राहत देने की कोशिशें की जा रही है, तो दूसरी ओर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जा रही है। पटाखा फैक्ट्री के दो मालिकों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम राजेश और सोमेश अग्रवाल है।
ऐसे में आज मुख्यमंत्री मोहन यादव हरदा जाएंगे और घायलों से मुलाकात करेंगे। इसके अधिकारियों को निर्देश भी देंगे। इस दुखद हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत पीएम मोदी और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी दुख जताया है। इस दौरान पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री रिलीफ फंड से मृतकों के लिए 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है।
ऐसे में आज मुख्यमंत्री मोहन यादव हरदा जाएंगे और घायलों से मुलाकात करेंगे। इसके अधिकारियों को निर्देश भी देंगे। इस दुखद हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी दुख जताया है।
अधिकारियों को जांच के निर्देश
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम मोहन यादव ने सभी कलेक्टर्स और कमिश्नर की बैठक भी बुलाई थी। इसके साथ ही यह भी आदेश दिए गए हैं कि सभी 24 घंटे के अंदर गृह विभाग में अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। अधिकारियों को यह चेक करना होगा कि जिले में संचालित होने वाली पटाखा फैक्ट्री का संचालन जरूरी शर्तों के आधार पर हो रहा है या नहीं। सीएम मोहन यादव ने इस हादसे से सीख लेते हुए पूरे राज्य में पटाखा फैक्ट्रियों को लेकर अधिकारियों को जांच करने के आदेश दे दिए है।
चश्मदीदों ने बताया मंजर
पटाखा फैक्ट्री में आग को लेकर चश्मदीदों ने बताया था कि करीब 20-25 किलोमीटर तक धमाकों की आवाजे सुनाई दे रही थीं। इसके चलते ही आस-पास के ही कई घरों में दरारे आ गई थीं और वे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस दौरान यह भी पता चला है कि जब फैक्ट्री में जेसीबी मलबा हटा रही थी, पूरा हादसा उसी दौरान ही हुआ था।