उत्तराखंड के हल्द्वानी में कुछ हफ्ते पहले भीषण हिंसा देखने को मिली थी। नगर निगम की टीम बनभूलपुरा में अवैध मस्जिद और मदरसा गिराने गई थी और इसके चलते आक्रामक भीड़ ने नगर निगम टीम और पुलिसकर्मियों पर जोरदार हमला हुआ था। इस हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक था जो कि लंबे वक्त से फरार था। आज उत्तरखंड पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी के वकील अजय बहुगुणा और शलभ पांडे ने दावा किया है कि 8 फरवरी से फरार अब्दुल मलिक को उत्तराखंड पुलिस ने ही गिरफ्तार किया है।

बता दें कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा कांड के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के बाद जमानत याचिका दाखिल की गई है। सेशन कोर्ट में एडीजे फर्स्ट की कोर्ट में अब्दुल मलिक की अग्रिम जमानत याचिका दाखिल हुई है। इस याचिका पर 27 फरवरी को अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होगी। गौरतलब है कि उत्तराखंड पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा केस में मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी समेत 6 लोगों को धोखाधड़ी करने और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया था।

हल्द्वानी में हुई हिंसा के बाद अब्दुल मलिक फरार चल रहा था और पुलिस ने उसकी प्रॉपर्टी को भी कुर्क किया गया था। नैनीताल पुलिस ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा के मुख्य आरोपियों के पोस्टर जारी किए गए थे। इसमें 9 उपद्रवियों की पहचान की गई थी। हिंसा के इन आरोपियों की बात करें तो इसमें अब्दुल मलिक के अलावा तस्लीम, वसीम, अयाज अहमद, अब्दुल मोईद, रईस, शकील अंदासी और मौकिन सैफी और जिया उल रहमान का नाम शामिल था।

बनभूलपुरा में अतिक्रमण हटाने के दौरान अपद्रवियों ने पुलिस प्रशासन और मीडियाकर्मियों पर हमला कर दिया था। इस हिंसा में 6 लोगों की जान चली गई थी। इस हिंसा के चलते 300 लोग से ज्यादा घायल हो गए थे। हिंसा के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 42 उपद्रवियों को दबोच लिया था। इनके पास से अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद किए गए थे।

खास बात यह है कि हिंस के बाद जब पुलिस ने इसकी जांच की थी, तो सामने आया था कि अब्दुल मलिक के कहने पर ही इलाके में रहने वाले लोग भड़क उठे थे। पुलिस ने हिंसा के बाद अलग-अलग आरोपों में कुल 75 लोगों के खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।