केरल की मेडिकल की छात्रा हदिया उर्फ अखिला अशोकन पिछले साल लव जिहाद मामले को लेकर लगातार सुर्खियों में बानी रहीं। हदिया का अखिला से हदिया बनाना राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच का विषय बन गया। आज उसी हदिया ने अपना होम्योपथिक मेडिसिन कोर्स पूरा कर लिया है और अब वह होम्योपथिक डॉक्टर बन गई हैं। इस ख़ुशी के मौके पर हदिया के पति शफीन जहां ने उनकी इस सफलता पर तस्वीर शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर एक संदेश लिखा है।

शफीन ने ट्विटर पर लिखा, “यह जीत एक शानदार उपलब्धि है क्योंकि यह अनगिनत दुआओं, अलगाव और कैद के निरंतर संघर्ष, प्यार और धैर्य के साथ मिली है। आखिरकार तुम सारी मुश्किलों को पार करती हुई एक महत्वपूर्ण जगह पहुंच गई हो। तुम्हें डॉक्टर कहकर संबोधित करते हुए काफी गर्व महसूस हो रहा है।” शफीन ने अपनी पत्नी की डॉक्टर की यूनिफॉर्म में मुस्कुराती हुई एक तस्वीर शेयर की है। सलेम के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन की पढ़ाई के दौरान हिन्दू परिवार में पली-बढ़ी हदिया इस्लाम की ओर आकर्षित होने लगीं। जिसके बाद हदिया ने दिसंबर 2016 में शफीन से शादी कर ली। शादी के बाद हदिया ने इस्लाम कबूल कर लिया था। इसके बाद उनके पिता केएम अशोकन ने अपनी बेटी को लव जिहाद का विक्टिम बताते हुए हाई कोर्ट पर याचिका दायर कर दी। हदिया के पिता ने कोर्ट से कहा उनकी बेटी को सीरिया ले जाया जा रहा है। केरल हाई कोर्ट ने हादिया की उसके पति के साथ शादी की वैधता रद्द कर दी और हदिया को उसके घर भेज दिया।

लेकिन नवम्बर 2017 को लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने फैसला पलटते हुए हादिया के निकाह को फिर से बहाल कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद हादिया अपने पति शफीं के साथ रह रही हैं। हादिया केस पिछले साल के चर्चित मामलों में से एक था जो काफी वक्त तक सुर्खियों में रहा। पिछले साल 8 मार्च को, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा सहित तीन न्यायाधीशों वाली पीठ ने केरल उच्च न्यायालय के आदेश को रद्द करते हुए उनकी शादी को लंबी कानूनी लड़ाई में डाल दिया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), जो इस मामले की जांच कर रही थी ने भी घोषणा की कि यह मानने का कोई कारण नहीं था कि यह एक जबरन धर्मांतरण था।