जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के पहले चुनाव में फारुक अब्दुल्ला नीत सात दलों के गुपकर गठबंधन ने जीत हासिल करने के एक दिन बाद राज्य के पूर्व मुख्य मंत्री उमर अब्दुल्ला ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उमर अब्दुल्ला ने कहा ” जनता ने राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने और विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने की केंद्र सरकार के कदम के खिलाफ अपनी राय दी है।” अब्दुल्ला ने कहा अगर हम डीडीसी चिनाव हार जाते तो भाजपा हमें देश विरोधी और पाकिस्तान प्रेमी बताती।

अब्दुल्ला ने कहा, इस चुनाव ने हमें एक सीख दी है कि हम कहां खड़े हैं। हम सही रास्ते पर थे और हमने यह साबित कर दिया है। हमें एक लंबा रास्ता तय करना है। मैं इन सभी नेताओं को बधाई देता हूं। हमें आप सभी से जो समर्थन मिला है, यह जीत आपकी है, घाटी के लोगों की है। उमर ने कहा कि झूठ और दुष्प्रचार से कुछ नहीं होता, सच एक दिन सामने आ ही जाता है. हालांकि, उमर ने ये कबूला है कि कुछ जगहों पर हमारे संगठन में कमी दिखाई दी है और उसके चलते हम जहां उम्मीद कर रहे थे वहां चुनाव नहीं जीत पाए हैं।

गुपकार गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सबसे ज्यादा 67 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी सिर्फ 27 सीटों पर जीती है। मैदान में उतरे पूर्व सात मंत्रियों में से पांच ने जीत दर्ज की है। वहीं भाजपा के दो पूर्व मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री तेज मोहिउद्दीन ने उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी तहसील के परन पिलन निर्वाचन क्षेत्र में 1596 मतों से जीत दर्ज की है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अब्दुल गनी ने रियासी जिले की माहोर सीट पर 351 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। नेकां के ही वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जगजीवन लाल ने रियासी सीट पर भाजपा उम्मीदवार चमन लाल को 237 मतों से मात दी।

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार पूर्व कांग्रेस नेता एवं वरिष्ठ गुर्जर नेता एजाज अहमद खान जो जम्मू एंड कश्मीर अपनी पार्टी में शामिल हो चुके हैं, उन्होंने रियासी जिले के थूरू से 1578 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। पहाड़ी नेता एवं कांग्रेस के पूर्व मंत्री शबीर अहमद खान ने राजौरी जिले की मंजाकोटे सीट पर 3394 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उमर अब्दुल्ला नीत नेकां-कांग्रेस सरकार में खान मंत्री थे। भाजपा के पूर्व मंत्री शाम लाल चौधरी को जम्मू और शक्ति राज परिहार को डोडा जिले में हार का सामना करना पड़ा।

आयोग के अधिकारियों के अनुसार चौधरी केवल 11 मतों के अंतर से हार गए, जो कि डीडीसी चुनाव में जीत या हार का अभी तक का सबसे ‘‘छोटा’’ अंतर है। अधिकारियों के अनुसार जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के पहले चुनाव में फारुक अब्दुल्ल नीत सात दलों के गुपकर गठबंधन ने 110 सीटों पर जीत दर्ज की है और भाजपा ने 74 सीटे अपने नाम की है। उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों और जम्मू क्षेत्र के पुंछ और राजौरी जिलों की एक-एक सीटों के परिणाम आने अभी बाकी हैं।