केंद्र सरकार ने गुरुवार को सिख समुदाय के सदस्यों को गुरु नानक देव की जयंती समारोह के लिए नवंबर में पाकिस्तान जाने की अनुमति दे दी। ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया गया है। गृह मंत्रालय के अनुसार, सरकार ने श्री गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर सिख जत्थों को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति देने का निर्णय लिया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) और श्री अकाल तख्त साहिब ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है।
एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने एक बयान में कहा, “मीडिया में आई खबरों से पता चला है कि सरकार ने मंजूरी दे दी है। एसजीपीसी इस फैसले की सराहना करती है।” सिख समुदाय के पांच प्रमुख धर्मस्थलों में से एक श्री अकाल तख्त साहिब ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले की सराहना की है।
पाकिस्तान यात्रा के लिए कड़ी हैं शर्तें
सिख संगठनों और नेताओं की कई अपीलों के बाद जारी इस पत्र में यह स्पष्ट किया गया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा केवल अपने अधिकार क्षेत्र में सिख धार्मिक संगठनों द्वारा प्रायोजित विधिवत भरे हुए आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे। इसके अलावा, प्रत्येक आवेदन की राज्य पुलिस, सीआईडी और खुफिया एजेंसियों द्वारा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के परामर्श से, 22 अक्टूबर, 2025 तक गृह मंत्रालय को भेजे जाने से पहले समीक्षा की जाएगी।
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गृह मंत्रालय के एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, “केवल ऐसे तीर्थयात्रियों को ही सिख जत्थे के सदस्य के रूप में अटारी के रास्ते जाने की अनुमति दी जाएगी, जिनकी सिफारिश गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय द्वारा की गई है और जिन्हें पाकिस्तान द्वारा वीजा दिया गया है। सूत्र ने कहा, “किसी अन्य व्यक्ति को, भले ही उसके पास पाकिस्तान का वैध वीजा हो, यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
श्री अकाल तख्त साहिब ने सरकार के फैसले की सराहना की
श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गरगज्ज ने इसे सिख समुदाय की मनोकामना पूरी होना बताया। उन्होंने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह सराहनीय है कि केंद्र ने अपने 12 सितंबर के फैसले पर पुनर्विचार किया और अब जत्था भेजने की मंजूरी दे दी है। जत्थेदार गरगज्ज ने कहा कि जत्थों को नियमित रूप से पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारों के दर्शन करने चाहिए क्योंकि इससे सांप्रदायिक सद्भाव मजबूत होता है और दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होते हैं।
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(इनपुट- इंडियन एक्सप्रेस+भाषा)