गुजरात भाजपा में सबसे प्रभावशाली नेता और पार्टी महासचिव प्रदीपसिंह वाघेला (Pradipsinh Vaghela) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस मुद्दों को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। हालांकि पार्टी के विश्वस्त सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि भाजपा जल्द ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखेगी।

पार्टी अध्यक्ष सीआर पाटिल के खिलाफ कथित विद्रोह की सुगबुगाहट

वाघेला पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, साथ ही वह गांधीनगर में पार्टी के मुख्यालय श्री कमलम के प्रभारी हैं। उनका इस्तीफा ऐसे समय पर आया है जब दक्षिण गुजरात में गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल (CR Paatil) के खिलाफ कथित विद्रोह चल रहा है।

हाल ही में तीन पार्टी कार्यकर्ता हुए थे गिरफ्तार

पार्टी के विभिन्न नेताओं को विभागों के आवंटन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर पाटिल को बदनाम करने के आरोप में इस सप्ताह की शुरुआत में सूरत अपराध शाखा ने दक्षिण गुजरात के तीन पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। ये गिरफ़्तारियां चोरयासी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक संदीप देसाई द्वारा दर्ज कराई गई एक प्राथमिकी के बाद हुईं।

पिछले महीने इसी तरह के एक मामले में, जिनेंद्र शाह नामक व्यक्ति को सूरत क्राइम ब्रांच ने पाटिल की छवि खराब करने और बदनाम करने के मामले में गिरफ्तार किया था।

यह दूसरा अवसर है जब किसी पार्टी महासचिव ने पाटिल के नेतृत्व में राज्य संगठन में एक शक्तिशाली पद खो दिया है। इससे पहले इसी साल अप्रैल में महासचिव भार्गव भट्ट को पार्टी आलाकमान ने शीर्ष पद से हटा दिया था. पद अभी भी खाली है। गुजरात बीजेपी में महासचिव के चार पद हैं। वाघेला के इस्तीफे के साथ पार्टी में केवल दो महासचिव, रजनी पटेल और विनोद चावड़ा रह गए हैं।