गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने कुछ दिन पहले 4 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। अब अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) मॉड्यूल से कथित तौर पर जुड़े पांचवें व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। झारखंड की रहने वाली 30 वर्षीय शमा परवीन (पिछले 5 सालों से बेंगलुरु में रह रही थी) को मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ज़रिए कथित तौर पर चरमपंथी कंटेंट फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

22 जुलाई को 4 की हुई थी गिरफ्तारी

परवीन की गिरफ्तारी 22 जुलाई को चार अन्य लोगों (अहमदाबाद से मोहम्मद फरदीन, दिल्ली से मोहम्मद फैक, नोएडा से जीशान अली और गुजरात के अरावली जिले के मोडासा से सेफुल्लाह कुरैशी) की गिरफ्तारी के बाद हुई है। इन चारों पर इंस्टाग्राम और फेसबुक के ज़रिए AQIS से जुड़ी कट्टरपंथी कंटेंट को कथित तौर पर बढ़ावा देने के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।

डीएसपी वीरजीतसिंह परमार के नेतृत्व में गुजरात एटीएस की एक टीम ने केंद्रीय एजेंसियों और बेंगलुरु शहर पुलिस की सहायता से 29 जुलाई को परवीन का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे बेंगलुरु में 8वें अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी (ACMM) की अदालत में पेश किया गया, जहां जस्टिस विश्वनाथ ने गुजरात पुलिस को ट्रांजिट वारंट जारी कर दिया।

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गुजरात एटीएस के अनुसार परवीन के मोबाइल फोन की शुरुआती जांच से पता चला है कि वह कथित तौर पर पूर्व आरोपियों की जांच से जुड़े इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट चला रही थी। उसने मौलाना असीम उमर और अनवर अल-अवलाकी जैसे AQIS नेताओं के भाषण अपलोड किए थे, जो हिंसक जिहाद और ग़ज़वा-ए-हिंद को बढ़ावा देते थे। उसने कथित तौर पर लाहौर की लाल मस्जिद के मौलाना अब्दुल अज़ीज के वीडियो भी शेयर किए थे, जिनके बारे में अधिकारियों का दावा है कि उनमें भारत सरकार को उखाड़ फेंकने और सांप्रदायिक कलह को भड़काने के लिए सशस्त्र संघर्ष का आह्वान किया गया था।

ULFA से जुड़ी हो सकती है परवीन

अधिकारियों ने आगे आरोप लगाया कि परवीन सोशल मीडिया के माध्यम से यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) से जुड़े व्यक्तियों के संपर्क में भी थी। परवीन की ऑनलाइन गतिविधियों का उद्देश्य लोगों को कट्टरपंथी बनाना और चरमपंथी आंदोलनों के लिए समर्थन हासिल करना था। गिरफ्तारी के बाद परवीन को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए ट्रांजिट रिमांड पर अहमदाबाद लाया गया। अधिकारियों ने बताया कि उसके फोन की विस्तृत जांच से कुछ और कथित सोशल मीडिया हैंडल, ईमेल अकाउंट और विदेशी व पाकिस्तानी संस्थाओं से संदिग्ध संबंध सामने आए। कर्नाटक में खुफिया और पुलिस टीमें अब उसके स्थानीय संबंधों और उसके किसी भी व्यापक नेटवर्क की जांच कर रही हैं।

गुजरात एटीएस अधिकारियों के अनुसार पहले के आरोपियों की ऑनलाइन गतिविधियों की जांच के दौरान उन्हें कथित तौर पर मोहम्मद फैक द्वारा संचालित एक इंस्टाग्राम अकाउंट – ‘शरीयतयाशहादत’ – का पता चला। परवीन ने ‘strangers_nation02’, ‘Strangers Of The Nation’ और ‘Strangers Of The Nation 2’ टाइटल वाले अकाउंट्स से भड़काऊ कमेंट्स दोबारा पोस्ट की थी। आगे की डिजिटल फोरेंसिक जांच से कथित तौर पर परवीन की ओर इशारा मिला। अधिकारियों के अनुसार परवीन अपने भाई के साथ रह रही थी। उसका भाई एक निजी फर्म में काम करता है।