साल 2019, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कार्यकाल का आखिरी साल होगा। इस सरकार के पांच साल के कार्यकाल में पीएम मोदी आखिरी बार 15 अगस्त 2018 को लाल किले से अपना भाषण देंगे। सरकार की पूरी कोशिश है कि इस भाषण को यादगार बनाया जाए। इसके लिए सरकार ने अघोषित तौर पर मंत्रियों के समूह को भाषण की सामग्री तैयार करने की जिम्मेदारी दी है। इस मंत्रिसमूह का नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के हाथों में है।

पीएम मोदी का भाषण इस मायने में भी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि ये साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में पार्टी का स्टैंड और उनकी दिशा भी तय करेगा। इकानॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी अपने भाषण को नौकरशाहों के द्वारा तैयार किए गए किसी आम भाषण की तरह नहीं देना चाहते हैं, जहां साधारण तरीके से तथ्यों को उठाकर और उन्हें एकसार करके पीएम मोदी के उद्बोधन के लिए रखा जाता है। पीएम मोदी इस भाषण में साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक निचोड़ और अपनी चार सालों के उपलब्धियों का संदेश देने की भी कोशिश करेंगे।

रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी का भाषण तैयार करने में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, कार्यकारी वित्त मंत्री पीयूष गोयल शामिल हैं। इनके अलावा अन्य संबंधित मामले से जुड़े लोगों से भी संवाद किया जा सकता है। आमतौर पर कैबिनेट सचिवालय सभी मंत्रियों से उनके विभाग के प्रदर्शन और उप​लब्धियों की जानकारी लेकर भाषणों में इसे शामिल करता है।

प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण पर पूरे देश की निगाह होती है। इस भाषण में नई नीतियों की घोषणा के अलावा राष्ट्रीय महत्व के कई मामलों पर भी सरकार अपना रुख साफ करती है। पीएम मोदी पहले भी स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए अपने भाषणों में कई घोषणाएं करते रहे हैं, जैसे स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा उन्होंने अपने स्वतंत्रता दिवस पर दिए भाषण के बीच में ही की थी।

न सिर्फ मंत्रियों से बल्कि पीएम मोदी ने अपने भाषण के लिए पिछले 2-3 सालों से जनता से भी इनपुट मांगा है। 31 जुलाई को उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा था, ” मेरे 15 अगस्त के भाषण के लिए आपके क्या विचार और सुझाव हैं? आप उन्हें मेरे साथ नरेंद्र मोदी एप पर खासतौर पर बने फोरम में साझा कर सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वह अपने भाषण के लिए कई महत्वपूर्ण तथ्य और जानकारियां तलाश रहे हैं। वहीं माई जीओवी पोर्टल पर जनता के नजरिए का भी स्वागत किया गया है।