विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ नेता प्रवीण तोगड़िया ने अल्पसंख्यकों के लिए सरकार की नीति की निन्दा की और आरोप लगाया कि वे ‘सिर्फ मुसलमानों के बारे में चिंतित रहती हैं।’
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, ‘भारत में सरकारें सिर्फ मुसलमानों के बारे में चिंतित हैं और इस समुदाय के लाखों लड़के-लड़कियों का शिक्षण शुल्क सरकारी खजाने से दिया जा रहा है, जबकि बहुसंख्यक समुदाय के लाखों विद्यार्थियों के माता-पिता अपने बच्चों का शुल्क भरने में समर्थ नहीं हैं।’
रामपुर जिले के शाहबाद नगर में विहिप की बैठक को संबोधित करते हुए तोगड़िया ने कहा कि यदि यह रवैया जारी रहता है और हिन्दू अल्पसंख्यक हो जाते हैं तो ‘विकास का लाभ कौन उठाएगा?’ उन्होंने कहा कि इस तरह की नीति इस तथ्य के बावजूद जारी है कि ‘कांग्रेस, बसपा, सपा और भाजपा सहित राजनीतिक दलों का अस्तित्व हिन्दुओं के समर्थन की वजह से है।’
विहिप नेता ने कहा कि यदि इस पर रोक नहीं लगाई गई तो ‘हिन्दुओं को असम, मेरठ, मुरादाबाद और रामपुर से बाहर फेंक दिया जाएगा जिस तरह कि कश्मीरी हिन्दुओं को घर छोड़ने को मजबूर कर दिया गया।’