धार्मिक मामलों में राजनीतिक दलों और सरकार के हस्तक्षेप को तुरंत बंद किए जाने की वकालत करते हुए ज्योतिर्पीठ बदरीनाथ के शंकराचार्य स्वामी अविभमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मंगलवार को केंद्र से वक्फ बोर्ड को तुरंत भंग करने की मांग की। शंकराचार्य ने कनखल स्थित अपने मठ में यह भी कहा कि पाकिस्तान से उसके कब्जे वाले कश्मीर को मुक्त कराने का यह सही समय है।

शंकराचार्य ने कहा कि धार्मिक मामलों में राजनीतिक दलों और सरकार का हस्तक्षेप तुरंत बंद होना चाहिए और वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन करने की जगह उसे भंग किया जाना चाहिए। स्वामी अविभमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि धर्म आधारित बोर्ड संविधान सम्मत नहीं है। उन्होंने वक्फ बोर्ड की तरह सनातन धर्म बोर्ड बनाने की मांग का भी विरोध किया।

शंकराचार्य ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर हमला करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां आपस में मिली हुई हैं। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना की कांग्रेस की मांग का पहले भाजपा ने विरोध किया और अब उसकी केंद्र की सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का ऐलान कर दिया।

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PoK को मुक्त करने का यह सबसे अच्छा समय- अविभमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

वहीं, पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों की हत्या की निंदा करते हुए अविभमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि केंद्र को तत्काल पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके उसके कब्जे वाले कश्मीर को मुक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को मुक्त करने का यह सबसे अच्छा समय है।’

आतंकवाद का धर्म होता है- शंकराचार्य

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने प्रमाणित कर दिया है कि आतंकवाद का धर्म होता है। उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से बातचीत में कहा था कि शंकराचार्य ने कहा कि पहलगाम की घटना सामान्य नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘पहली बात तो ये है कि हमारे देश के बड़े-बड़े नेता समय-समय पर कहते रहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। नेतागण, बोलने से पहले अब सोचिए, घटना ने प्रमाणित कर दिया कि आतंकवाद का धर्म होता है।’’

शंकराचार्य ने कहा था कि तभी तो लोगों का धर्म पूछकर उन्हें मार दिया गया, किसी एक धर्म विशेष का होने के कारण उनकी हत्या की गई। उन्होंने कहा, ‘‘जिन्होंने जान बचाने के लिए कहा कि वे इस धर्म के नहीं हैं, उनके कपड़े उतरवाकर देखा गया और फिर गोली मारी गई। इसका एक मतलब तो साफ है और यह सिद्ध हो गया कि आतंकवाद का धर्म होता है।’’ पढ़ें- इस घटना ने प्रमाणित कर दिया कि आतंकवाद का धर्म होता है- स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

(इनपुट-भाषा)