Navy men in Qatar Custody: अगस्त के अंत से कतर की हिरासत में बंद भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों की रिहाई के प्रयासों को बल देने के लिए सरकार ने एक वरिष्ठ अधिकारी को दोहा भेजा है। भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को कतर में गिरफ्तार कर लिया गया था। ये सभी अधिकारी कतर में एक कंपनी में नौकरी कर रहे थे।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अधिकारी ने अक्टूबर के अंत में दोहा की यात्रा की। पिछले 10 दिनों में, भारत सरकार कतर सरकार के साथ बातचीत कर रही है लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। पिछले हफ्ते ऐसा लग रहा था कि इन आठ अधिकारियों को कुछ दिनों के भीतर रिहा किया जा सकता है लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
कतर की एक निजी कंपनी में कर रहे थे काम: जानकारी के मुताबिक सेवानिवृत होने के बाद ये सभी 8 नौसैनिक कतर की एक निजी कंपनी दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजी एवं कंसल्टेंसीज सर्विसेज में काम कर रहे थे। यह कंपनी कतरी एमिरी नौसेना को ट्रेनिंग और अन्य सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी खुद को कतर रक्षा, सुरक्षा और अन्य सरकारी एजेंसी की स्थानीय भागीदार बताती है।
कतर उच्चायोग के संपर्क में भारतीय उच्चायोग: वहीं, पूर्व नेवी ऑफिसर की गिरफ्तारी पर गुरुवार को भारत सरकार ने जवाब दिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने जानकारी देते हुए कहा था कि भारतीय उच्चायोग कतर के उच्चायोग के संपर्क में है। उन्होंने कहा कि कतर सरकार की ओर से काउंसलर एक्सेस मिलने के बाद हमने उन लोगों से हाल-चाल जाना है। सरकार को अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि इन लोगों को किन आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सरकार इन सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि दोहा में भारतीय दूतावास को सितंबर के मध्य में आठ अधिकारियों की गिरफ्तारी के बारे में पता चला। उन्हें कतर की खुफिया एजेंसी ने 30 अगस्त 2022 को गिरफ्तार किया गया था। सितंबर के अंत में अधिकारियों को अपने परिवारों से फोन पर बात करने की अनुमति दी गई। 3 अक्टूबर को उन्हें कांसुलर एक्सेस दिया गया। जिसके बाद नवंबर के पहले सप्ताह में दूसरी कांसुलर एक्सेस की अनुमति दी गई थी।
आरोपों के बारे में नहीं कोई जानकारी: हालांकि, इन अधिकारियों के खिलाफ आरोपों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। सभी आठों को एकांत कारावास में रखा गया है। यह मामला तब सामने आया था जब डॉ मीतू भार्गव ने ट्वीट कर सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने लिखा, “भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके 8 लोगों को पिछले 57 दिनों के लिए दोहा में अवैध तरीके से हिरासत में रखा गया है।” अपने पोस्ट में उन्होंने पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत कई मंत्रियों को टैग करते हुए मदद की गुहार लगाई थी।