राजग सरकार ने बीएसएनएल की खराब वित्तीय स्थिति का दोष पूर्ववर्ती संप्रग सरकार को दोषी ठहराते हुए आज कहा कि वर्ष 2004 में वाजपेयी सरकार के शासनकाल में जहां बीएसएनएल दस हजार करोड़ रूपये के मुनाफे में था तो वहीं आज यह आठ हजार करोड़ रूपये के घाटे में चल रहा है।
दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों के सवालों के जवाब में कहा कि वह चाहते हैं कि कांग्रेस के शासनकाल में सरकारी दूरसंचार कंपनी की स्थिति पर बहस हो ताकि यह पता चल सके कि पिछले दस सालों में बीएसएनएल में क्या हुआ जो वर्ष 2004 में दस हजार करोड़ रूपये के मुनाफे से नीचे जाकर अब आठ हजार करोड़ रूपये के नुकसान को झेल रही है।
उन्होंने ललित मोदी मामले को लेकर आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे कांग्रेसी सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘ मैं उनसे पूछना चाहता हंू कि बीएसएनएल की हालत ऐसी क्यों हो गयी। जब वे सत्ता में थे तो पिछले दस साल में क्या हुआ?’
प्रसाद ने कहा कि इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज : आईटीआई : की भी आज खराब हालत है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक आईटीआई रायबरेली में भी है और उसकी भी हालत अच्छी नहीं है।
मंत्री ने कहा कि बेहतर होता कि आज कांग्रेस सदस्य आसन के सामने नारे लगाने के बजाय शांत बैठते और सोनिया गांधी यदि अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली की आईटीआई की हालत के बारे में सवाल पूछतीं तो उन्हे जवाब देकर अच्छा लगता। उन्होंने विपक्षी कांग्रेस पर राजनीतिक हमले के बाद कहा कि आईटीआई से कहा गया है कि वे उन्नत उपकरणों का इस्तेमाल करें।