संसद में गतिरोध के कारण जीएसटी जैसे महत्वपूर्ण सुधारात्मक कदमों के बाधित होने के बीच, उर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार विकास परियोजनाओं पर ध्यान दे रही है, जिसमें खनन और उर्जा क्षेत्र भी शामिल है।

यहां एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा, ‘तमाम अनिश्चितताओं और नकारात्मकता के बीच, हमारे पास एक सरकार है जो विकास पर ध्यान दे रही है और चौबीसों घंटे काम कर रही है।’
गोयल ने कहा, ‘वर्तमान में पूरे देश में बहस छिड़ी हुई है कि हम आर्थिक प्रगति चाहते हैं या फिर अंधेरे दिनों में वापस लौटना चाहते हैं।

बहस है कि हमें देश के सुदूर इलाकों में भी गांवों में बसे सभी लोगों तक उर्जा की पहुंच सुनिश्चित करनी चाहिए, ट्रांसमिशन नेटवर्क को बढ़ाना चाहिए, नए खदान शुरू करने चाहिए कोयला उत्पादन बढाकर और उत्पादन करना चाहिए या फिर सभी गतिविधियों को रोक कर हमें आराम से बैठना चाहिए।’

रेल मंत्रालय, उर्जा मंत्रालय और नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर के लिए आयोजित कार्यक्रम में गोयल ने उपरोक्त बातें कहीं।