Covid-19 : चीन (China) में कोरोनो वायरस (Corona Virus) के बढ़ते मामलों को लेकर भारत में काफी सतर्कता बरती जा रही है। जानकारी के सामने आ रही है कि कोलकाता एयरपोर्ट पर दो विदेशी यात्री कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं। दोनों यात्री मलेशिया और दुबई से यहां पहुंचे थे। इसके अलावा बिहार के गया एयरपोर्ट पर थाइलैंड और  इंग्लैंड से पहुंचे 4 अन्य लोगों को भी जांच के बाद संक्रमित पाया गया है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जानकारी साझा की है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ कोविड-19 की स्थिति और तैयारियों पर बैठक करेंगे

चीनी अधिकारियों का अनुमान है कि दिसंबर के पहले 20 दिनों में लगभग 250 मिलियन लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को चीन सहित कई देशों में संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर अलार्म के मद्देनजर 27 दिसंबर को देश भर में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है।

सरकार के निर्देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के मद्देनजर अस्पताल के रख-रखाव, कोविड से संबन्धित तैयारियों को पहले से तैयार रखने और जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

राज्यों को जारी किए गए हैं निर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं की ऑक्सीजन और ICU बेड की उपलब्धता के लिए तैयारियां पूरी रखी जाएं। किसी भी तरह की कमी को भरा जाए। 24 दिसंबर को स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा जारी एक पत्र में मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में किसी भी आपात स्थिति को पूरा करने के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय किए जाएं।

कोरोना वायरस से संबन्धित सारी सुविधाएं पूरी तरह तैयार की जाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि 27 दिसंबर 2022 को देश भर में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं जिनमें मुख्य तौर पर कोरोना जुड़ी तैयारियां सामने रखते हुए मॉक ड्रिल आयोजित किए जाएं।

ताकि कोई कमी ना रह जाए

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना को लेकर सख्ती का उद्देश्य बुनियादी सुविधाओं को पहले की तरह बरकरार रखना बताया है। राज्यों को आपात स्थिति में तैयार रखने के निर्देश देते हुए मॉक ड्रिल के दौरान जरूरतों पर ध्यान देते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में आइसोलेशन, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड सहित बिस्तर क्षमता पर पूरा ध्यान देने को कहा गया है।

राज्यों को सभी जिलों के अस्पतालों में बेड की पर्याप्त मात्रा के साथ, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन-आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर बेड की संख्या पर्याप्त रखने का भी निर्देश जारी हुआ है। जारी निर्देश में डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक्स, आयुष डॉक्टर, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि सहित अन्य फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की संख्या और पर्याप्त मात्रा पर ध्यान केन्द्रित करने के भी निर्देश जारी हुए हैं