गोरखपुर में 60 बच्चों की मौत के बाद डॉ. कफील खान चर्चा में आ गए थे। अब उनके खिलाफ एक बयान के चलते केस दर्ज किया गया है, जो उन्होंने एएमयू में कदिया था। एफआईआर में डॉ. कफील समेत एक अन्य के खिलाफ भड़काऊ नारे लगाने का आरोप लगाया गया है।
गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में 2017 के दौरान 60 बच्चों की मौत के बाद चर्चा में आए डॉ. कफील खान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बयानबाजी करने के आरोप में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि डॉ. कफील ने यह बयान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में दिया था।
एफआईआर में लगाया गया यह आरोप: जानकारी के मुताबिक, एफआईआर में दर्ज कराया गया है कि डॉ. कफील ने अपने भाषण में कहा, ‘‘मोटा भाई, हर किसी को हिंदू या मुसलमान बनना सिखा रहे हैं, लेकिन इंसान बनना नहीं सिखा रहे। आरएसएस के अस्तित्व में आने के बाद से वह संविधान में विश्वास नहीं करते हैं। नागरिकता संशोधन से मुस्लिम दूसरे दर्जे के नागरिक बन जाएंगे। एनआरसी लागू होने के बाद उन पर अत्याचार किया जाएगा।’’
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डॉ. कफील ने कही थी यह बात: एएमयू में डॉ. कफील ने कहा, ‘‘यह हमारे अस्तित्व की लड़ाई है। हमें लड़ना होगा। आरएसएस के स्कूल में छात्रों को सिखाया जाता है कि जिनकी दाढ़ी होती है, वे आतंकवादी होते हैं। सरकार हमें बता चुकी है कि भारत हमारा देश नहीं है।’’
कफील के अलावा एक अन्य पर भी केस दर्ज: एफआईआर में कहा गया है कि डॉ. कफील ने अपने भाषण से शांतिपूर्ण माहौल व सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास किया। एफआईआर में यह भी बताया गया है कि कफील के अलावा एक अन्य शख्स के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है। आरोप है कि उसने नागरिकता कानून के विरोध में एएमयू कैंपस में हिंदू विरोधी नारे भी लगाए थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो: जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर छात्रों के प्रदर्शन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके बाद बीजेपी के युवा कार्यकर्ताओं ने उन संदिग्धों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की, जो खुद को एएमयू के छात्र बता रहे थे। गौरतलब है कि नागरिकता कानून को लेकर कई शिक्षण संस्थानों में विरोध हो रहा है। वहीं, कई इलाकों में पुलिस व छात्रों के बीच हिंसक झड़प भी हुई हैं।

