गूगल मैप्स की एक बड़ी गलती सामने आयी है। दरअसल हाल ही में गूगल मैप्स पर रामजन्मभूमि स्थल अयोध्या सर्च करने पर जो तस्वीर दिखाई दे रही थी, उसमें विवादित जगह पर ‘मंदिर यहीं बनेगा’ लिखा हुआ दिखाई दे रहा था। हालांकि शिकायत मिलने पर कंपनी ने इसे हटा दिया है। बता दें कि मंदिर यहीं बनेगा का स्लोगन हिंदूवादी संगठनों और उग्र हिंदूवादी कार्यकर्ताओं द्वारा बोला जाता है। अब दुनिया भर में मैप सर्विस देने के लिए मशहूर गूगल मैप्स पर यह वाक्य दिखाई देने की कई लोगों ने आलोचना की है। फिलहाल राम मंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में है। हिंदू जहां विवादित भूमि पर राम मंदिर बनाने की मांग कर रहे हैं, वहीं मुस्लिम समुदाय वहां मस्जिद कायम रखने की मांग पर अड़ा है। फिलहाल विवादित स्थल पर बाबरी मस्जिद है, जिसका एक हिस्सा 6 दिसंबर, 1992 को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।

भारत में इन दिनों राम मंदिर मुद्दा काफी छाया हुआ है। आए दिन इसे लेकर नेताओं द्वारा बयानबाजी की जा रही है। बीते हफ्ते ही अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद और कई संतों ने धर्मसभा का आयोजन किया था। जिसमें 2 लाख लोगों के शामिल होने की बात कही गई थी। उसी समय शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने अयोध्या का दौरा किया था और सरकार से राम मंदिर निर्माण पर अध्यादेश लाने की मांग की थी। यही वजह है कि ऐसे समय में गूगल द्वारा की गई इस गलती पर सभी का ध्यान गया है।

जब इस मुद्दे पर गूगल से संपर्क किया गया तो कंपनी द्वारा कहा गया कि यूजर्स मैप्स की लोकेशन और पते में बदलाव कर सकते हैं। ऐसे में हो सकता है कि किसी यूजर ने ही विवादित स्थल पर ऐसा लिखा हो। फिलहाल कंपनी द्वारा इसमें बदलाव कर दिया गया है और आगे से ऐसी गलती ना हो इसके लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। गूगल का कहना है कि कंपनी ने स्थानीय प्रोडक्ट्स और सेवाओं की जानकारी में अपना योगदान देने के लिए यूजर्स को काफी शक्तियां दी हैं। लेकिन इस मामले में देखा गया है कि यूजर्स के कुछ बदलाव गलत भी हो सकते हैं। अब हम इस समस्या के निदान के लिए इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं और जल्द ही इसमें सुधार किया जाएगा। बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि गूगल मैप्स पर गलत जानकारी दी गई हो। इससे पहले गूगल कश्मीर को विवादित हिस्सा और फलस्तीन को इजरायल का हिस्सा दिखाकर भी आलोचनाओं के निशाने पर आ चुका है।