Good Governance Index: गुड गवर्नेंस इंडेक्स में दक्षिणी राज्य तमिलनाडु ने टॉप किया है। तमिलानडु को सुसाशन और पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर बेहतरीन काम करने के लिए इस रैकिंग के साथ सराहा गया है। कार्मिक मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रय शासित प्रदेशों की रैंकिंग की है। यह रैंकिंग सुशासन के पैमाने को आधार बनाकर की गई है। रैंकिंग में तमिलनाडु के बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है। वहीं छत्तीसगढ़ चौथे तो आंध्र प्रदेश पांचवें स्थान पर है। खास बात यह है कि इंडेक्स में विकास के मॉडल को लेकर खासा चर्चा में रहने वाला गुजरात टॉप फाइव में नहीं है। गुजरात को छठां स्थान प्राप्त हुआ है।
रैंकिंग में झारखंड और उत्तर प्रदेश का हाल सबसे बुरा है। सुशासन के मामले में झारखंड रैंकिंग सूची के आखिरी पायदान पर है वहीं उत्तर प्रदेश सेकेंड लास्ट पोजिशन पर है। झारखंड को 18वीं रैंकिंग तो वहीं यूपी को 17वीं रैंकिंग दी गई है। तमिलनाडु ने पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में बेहतर काम किया है इसमें राज्य को खुले में शौच मुक्त बनाना, ग्रामीण बस्तियों से संपर्क, स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन तक पहुंच (एलपीजी/ पीएनजी) और 24×7 पॉवर सप्लाई करना शामिल है।
राज्य ने न्यायिक और सार्वजनिक सुरक्षा में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। इसमें कनविकशन रेट, पुलिस कर्मियों की उपलब्धता, महिला पुलिसकर्मियों का अनुपात, अदालती मामलों का निपटारा आदि शामिल है। हालांकि, राज्य कृषि और संबद्ध क्षेत्रों, वाणिज्य और उद्योगों, सामाजिक कल्याण और विकास जैसे क्षेत्रों में उतना बेहतर नहीं कर सका। तमिलनाडु के मत्स्य मंत्री डी जयकुमार ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि रैंकिंग राज्य द्वारा मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के नेतृत्व में किए गए सुधार को दर्शाती है।
गुड गवर्नेंस इंडेक्स में क्षेत्र के आधार पर भी रैंकिंग की गई है। पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में मिजोरम पहला स्थान हासिल करने में सफल हुआ है। वहीं यूनियन टेरिटरी में दमन एवं दीव पहले स्थान है। कृषि और इससे संबद्धित क्षेत्रों में, बड़े राज्यों की श्रेणी में पहले पायदान पर मध्य प्रदेश है। इसके बाद राजस्थान दूसरे और छत्तीसगढ़ तीसरी रैंकिंग पर हैं। कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने गुड गवर्नेंस इंडेक्स को जारी किया। उन्होंने कहा कि इंडेक्स को विभिन्न मानकों के आधार पर तैयार किया गया है। मानकों को तय करते समय विभिन्न सिद्धातों पर गौर किया गया है।