गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राजनीति में नैतिकता के गिरते स्तर को लेकर चिंता जाहिर की। सत्यपाल मलिक ने कहा कि राजनीति में महात्मा गांधी नैतिकता लेकर आए, लेकिन आज के समय में देश में यदि कोई विधायक ही बन जाता है, तो उसका दिमाग खराब हो जाता है। गोवा के राज्यपाल ने कहा कि ‘आम जीवन में सबसे पहले नैतिकता बुद्ध लेकर आए और राजनीति में महात्मा गांधी। महात्मा गांधी ने सभी को अपने जीवन में नैतिकता अपनाने का रास्ता दिखाया था। यह एक बड़ी बात है।’

बता दें कि डायरेक्टरेट ऑफ आर्ट एंड कल्चर गोवा और राजभवन ने मिलकर महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर ‘गांधी कथा’ शीर्षक से एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसी कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि “मैं एक बात कहना चाहता हूं कि गांधी जी में अहम नहीं था। वह सादगी पसंद व्यक्ति थे। आज भारत में यदि कोई व्यक्ति विधायक भी बन जाता है तो वह पागल हो जाता है। हमें गांधी जी से सीखने की जरुरत है।”

मलिक ने ये भी कहा कि गांधी जी की राजनैतिक विरासत को संभालने वाले भी आज गांधी जी की खासियत भूल चुके हैं। दिवंगत समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया को याद करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि “हम गांधी जी को राम मनोहर लोहिया के विजन से जानते हैं। लोहिया का मानना था कि गांधी जी की हत्या गोडसे द्वारा भले कर दी गई थी, लेकिन गांधी जी की राजनैतिक विरासत संभालने वाले लोगों ने गांधी जी की आत्मा को भी मार डाला। वह गांधी जी के गुणों को भूल गए और उन्हें सिर्फ एक चरखे की प्रतिमा तक समेट दिया।”

बता दें कि बीते दिनों गोवा की राजधानी पणजी में आयोजित हुए अन्तरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टीवल में सत्यपाल मलिक ने देश के अमीरों की तुलना सड़े हुए आलू से कर डाली थी। राज्यपाल ने कहा था कि ‘देश में ऐसे लोग हैं, जिनके पास 14-14 मंजिल के मकान हैं, लेकिन एक पैसा भी चैरिटी नहीं करते हैं। विदेशों में अमीर जमकर चैरिटी करते हैं। राज्यपाल ने कहा कि हमारे यहां जो अमीर हैं, मैं उन्हें इंसान भी नहीं मानता और मैं उन्हें सड़े हुए आलू के बराबर मानता हूं।’