कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की विवादित टिप्पणी को लेकर गुरुवार को देश में कई जगह कांग्रेस जनों ने विरोध प्रदर्शन किया और मंत्री के इस्तीफे की मांग की। उधर नीमच में सोनिया गांधी ने इस रंगभेदी बयान पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया औरकहा वे ‘ओछी मानसिकता’ वालों की कही बातों पर कुछ कहना उचित नहीं समझती।

गिरिराज की टिप्पणी भाजपा के शीर्ष नेताओं को भी नागवार गुजरी है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कह चुके हैं कि उनकी पार्टी ऐसे बयानों के खिलाफ है। गुरुवार को बंगलुरु में भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि गिरिराज सिंह खेद जता चुके हैं, इसलिए विवाद को तूल देने की जरूरत नहीं है। मगर केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बारे में की गई टिप्पणी पर अपने साथी मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि एक केंद्रीय मंत्री से इस तरह की भाषा की उम्मीद नहीं की जाती। उधर बिहार में गिरिराज के खिलाफ दो जगह मामले दर्ज कराए गए हैं।

याद रहे, मंगलवार को बिहार के हाजीपुर में एक बैठक के दौरान गिरिराज ने यह बयान देकर विवाद पैदा कर दिया था कि अगर सोनिया गांधी गोरी चमड़ी वाली नहीं होतीं तो क्या कांग्रेस ने उनका नेतृत्व स्वीकारा होता। गुरुवार को मध्यप्रदेश के नीमच में जब पत्रकारों ने सोनिया की प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि वे ऐसी ‘संकीर्ण मानसिकता’ वाले लोगों की बातों पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगी । वे यहां किसानों से मुलाकात करने गईं थीं।

प्राकृतिक आपदा पीड़ित किसानों के खेतों का जायजा लेने और उनकी पीड़ा सुनने के बाद सोनिया ने संवाददाताओं से कहा, मैं इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं समझती। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की छुट्टियों को लेकर पूछने पर उन्होंने कहा, ‘राहुल जल्द वापस लौटेंगे और किसानों के बीच होंगे।’

भूमि अधिग्रहण विधेयक पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जो विधेयक यूपीए सरकार ने 2013 में पारित किया था और जिसे भाजपा का भी समर्थन मिला था, उसे लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा, वर्तमान भूमि अधिग्रहण विधेयक किसान विरोधी है। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं और अपने रुख पर कायम हैं। सोनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकारों से कहा है कि बिना किसी भेदभाव के किसानों की मदद की जाए। इस समय कांग्र्रेस सत्ता में नहीं है, लेकिन पार्टी पीड़ित किसानों के लिए संघर्ष करेगी और इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी।

उधर बंगलुरु, में भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘गिरिराज सिंह ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। यह मामला अब समाप्त हो गया है और हमारे प्रतिद्वंद्वियों को इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। गिरिराज सिंह ने खेद प्रकट कर दिया है।’ भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता एकत्र हुए हैं।

शाहनवाज ने कहा, इस मामले को अब समाप्त मान लिया जाना चाहिए। भाजपा इस मामले को समाप्त मानती है। उन्होंने हालांकि मंत्री को बर्खास्त करने की कांग्रेस की मांग से जुड़े सवाल को टाल दिया।

पटना से मिली खबर के अनुसार, केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बारे में की गई टिप्पणी पर गिरिराज सिंह की आलोचना करते हुए कहा कि एक केंद्रीय मंत्री से इस तरह की भाषा की उम्मीद नहीं की जाती। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशवाहा ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री से इस तरह की भाषा की उम्मीद नहीं की जाती है। यह आपत्तिजनक टिप्पणी है। गिरिराज के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग के बारे में पूछने पर कुशवाहा ने कहा कि वे इस बारे में टिप्पणी करने के योग्य नहीं है।

सोनिया गांधी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणियां करने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की बर्खास्तगी की मांग करते हुए गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ता राष्ट्रीय राजधानी के अलावा बंगलुरु और अन्य शहरों में सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली में जहां युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक रिहायशी परिसर के निकट विरोध प्रदर्शन किया जहां गिरिराज सिंह रहते हैं, वहीं दिल्ली महिला कांग्रेस ने 11, अशोक रोड़ स्थित भाजपा के केंद्रीय मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।

पुलिस ने विट्ठल भाई पटेल हाउस परिसर के बाहर जमा हुए प्रदर्शनकारियों से बैनर छीन लिए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री का पुतला दहन करने की कांग्रेस कार्यकर्ताओं की योजना विफल कर दी। पुलिस प्रदर्शनकारियों को एक पुलिस बस में भर कर ले गई। उधर गिरिराज सिंह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए वस्तुत: बुधवार को ही बंगलुरु रवाना हो गए थे। प्रदेश महिला कांग्रेस प्रमुख ओनिका मेहरोत्रा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए थे। वे केंद्रीय मंत्रिपरिषद से सिंह को हटाने की मांग करते हुए नारे लगा रहे थे।

ओनिका ने पत्रकारों से कहा कि महज बयान वापस लेने पर कैसे अध्याय बंद किया जा सकता है। यह काफी नहीं है। उन्होंने सोनिया के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी करने पर केंद्रीय मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की भी धमकी दी। पुलिस ने भाजपा मुख्यालय पर बैरिकेड खड़ा कर रखा था। वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। उसके बाद प्रदर्शनकारी गिरफ्तारी देने के लिए संसद मार्ग पुलिस थाने की तरफ कूच कर गए।

बंगलुरु में कांग्रेस और एनएसयूआइ कार्यकर्ता उस होटल से तकरीबन एक किलोमीटर दूर एक प्रमुख चौराहे पर इकट्ठा हुए, जहां शीर्ष भाजपा नेता पार्टी की 2 दिन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए जमा हुए हैं। बैठक शुक्रवार से शुरू होगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिंह के खिलाफ नारे लगाए और उनका पुतला दहन किया। प्रदेश महिला कांग्रेस प्रमुख मंजुला नायडू ने सिंह की नस्लवादी टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि उनके लिए सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटा दिया। प्रदर्शनकारियों में कई महिला पार्षद और महिला कांग्रेस की पदाधिकारी शामिल थीं।

देहरादून में उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकर्ता यहां एस्लेहॉल चौक पर एकत्र हुए और गिरिराज सिंह और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके पुतले फूंके। कांग्रेसियों ने सिंह की टिप्पणी को ‘मानसिक दिवालियापन’ बताते हुए उन्हें मंत्रिपद से बर्खास्त करने की मांग की। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने इस अवसर पर कहा, केंद्रीय मंत्री द्वारा सोनिया गांधी पर की गई अभद्र टिप्पणी भाजपा के मानसिक दिवालियापन का परिचायक है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग सत्ता में आते ही अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं और इसीलिए ऐसी अनर्गल और अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।

जयपुर से मिली खबर के अनुसार, राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस ने सोनिया गांधी के खिलाफ गिरिराज की टिप्पणी और गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर द्वारा नर्स के संबंध में की गई कथित टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन कर दोनों के पुतले फंूके। प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शकुंतला रावत के नेतृत्व में महिला कांग्रेस सदस्यों ने शहीद स्मारक पर हाथ में तख्तियां लिये भाजपा के दोनों नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की और उनके पुतले फूंके।

उधर इस मामले में बिहार के मुजफ्फरपुर और दरभंगा जिले की अदालतों में अलग-अलग मामला दायर किया गया है।

मुजफ्फरपुर जिला कांग्रेस के कार्यकर्ता संजय कुमार सिंह ने सोनिया के बारे में रंगभेदी टिप्पणी को लेकर गिरिराज के खिलाफ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में एक परिवाद पत्र दायर किया। अदालत ने इसे आगे की कार्रवाई के लिए अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी अंजू सिंह के पास भेज दिया है।

मुजफ्फरपुर शहर स्थित मिस्कोट कालोनी निवासी संजय के वकील सुमित कुमार ने बताया कि अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी अंजू सिंह ने मिठनपुरा के थानाप्रभारी को भारतीय दंड संहिता धारा 166 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई का निर्देश दिया है।

सोनिया के खिलाफ की गई इस टिप्पणी को लेकर दरभंगा जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पवन कुमार चौधरी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ज्ञानेंद्र कुमार श्रीवास्तव की अदालत में गिरिराज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 बी, 504, 500 के तहत एक अन्य परिवाद पत्र दायर कराया है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने पवन के परिवाद पत्र को आगे की कार्रवाई के लिए प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकरी विशाल कुमार की अदालत में भेज दिया।