जेंडर गैप इंडेक्स में इस बार भारत काफी निचले पायदान पर है। आंकड़े बताते हैं कि इस मामले में हमसे अच्छी स्थिति तो इंडोनेशिया, ब्राजील और चीन सरीखे देशों की है, जबकि पाकिस्तान अपने देश से पीछे है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने मंगलवार (18 दिसंबर) को ‘ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट’ जारी की है, जिसमें भारत पिछले साल की तरह 108वें स्थान पर है। वहीं, इंडेक्स में इस साल शामिल देशों की संख्या 115 से बढ़कर 149 हुई है।
बता दें कि डब्ल्यूईएफ साल 2006 से यह इंडेक्स जारी कर रहा है, जिसमें चार पैमानों के आधार पर सूची में देशों का स्थान (रैंक) तय किया जाता है। इन पैमानों में आर्थिक सहभागिता व अवसर, शिक्षा प्राप्ति, स्वास्थ्य और उत्तरजीविता और राजनीतिक सशक्तिकरण शामिल हैं।
चार्ट एक के मुताबिक, इंडेक्स में भारत का 108वां स्थान है, जबकि पाकिस्तान 148वें नंबर पर है। वहीं, इंडोनेशिया, ब्राजील, चीन और दक्षिण अफ्रीका की रैंक भारत से कहीं बेहतर बताई जा रही है। आगे चार्ट 2 में चारों पैमानों के आधार पर दूसरे देशों के मुकाबले भारत के प्रदर्शन का ब्यौरा दिया गया है। वहीं, चार्ट 3 में यह बताया गया है कि साल 2006 से लेकर अब तक इस इंडेक्स में भारत का सफर और स्थिति (चारों पैमानों में) कैसी रही है।
हालांकि, आर्थिक सहभागिता और स्वास्थ्य व उत्तरजीविता के पैमाने पर देश का ओवरऑल स्कोर पहले की तुलना में सुधरा है, पर जेंडर गैप के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है, जबकि चार्ट 4 में पड़ोसी देशों का जिक्र है। इस समूह में बांग्लादेश की हालत भारत से अच्छी बताई गई है। पड़ोसी देशों में से यही इकलौता राष्ट्र है, जो शीर्ष 50 में अपने जगह बना पाया। बांग्लादेश इस बार इंडेक्स में 48वें स्थान पर है।
रैकिंग में किसने मारी बाजी?: जेंडर गैप इंडेक्स में पहले स्थान पर आइसलैंड ने कब्जा जमाया है, जबकि दूसरे पायदान पर नॉर्वे काबिज है। तीसरे पर फिनलैंड, चौथे पर रवांडा और पांचवें पर स्वीडन है। आगे छठे पर निकारागुआ, सातवें पर स्लोवेनिया, आठवें पर आयरलैंड, नौवें पर न्यूजीलैंड और 10वें नंबर पर फिलीपींस ने जगह बनाई है।