Gautam Adani on PM Modi: दुनिया के टॉप 3 सबसे अमीर बिजनेस मैन रहने के बाद हिंडेनबर्ग विवाद के चलते विवादों में आने वाले गौतम अडानी पिछले महीने हिंडेनबर्ग की सेबी को लेकर आई रिपोर्ट को लेकर फिर चर्चा में आ गए थे। हालांकि इस बार उन्हें शॉर्ट सेलिंग कंपनी की रिपोर्ट से कुछ खास नुकसान नहीं है। अपनी कमाई से लेकर सियासी चर्चाओं के चलते विवादों में रहे गौतम अडानी ने अब देश के पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया और उनके कार्यकालों में हुए आर्थिक सुधारों की तारीफ की है।
दरअसल, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा बयान दिया और पीएम मोदी को लेकर कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, स्वतंत्रता के सार को और गति मिली क्योंकि सुधारों और सुशासन ने केंद्रीय स्थान प्राप्त किया। ये सभी वर्ष भारत की उल्लेखनीय यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में खड़े हैं।
PM मोदी के अलावा अन्य पूर्व पीएम की भी की तारीफ
दिलचस्प बात यह रही है कि गौतम अडानी ने केवल पीएम मोदी ही नहीं बल्कि उनके पहले रहे देश के अन्य पूर्व प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में हुए आर्थिक सुधारों की भी तारीफ की। गौतम अडानी ने कहा कि 1985 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नेतृत्व में उदारीकरण की दिशा में देश के पहले कदमों से हुई। उन्होंने बताया कि कैसे आयात नीतियों में ढील ने उनके जैसे व्यवसायों के लिए नए अवसर खोले, जिससे उन्हें छोटे पैमाने के उद्योगों को आपूर्ति करने के लिए पॉलिमर आयात करने के लिए एक व्यापारिक संगठन शुरू करने की अनुमति मिली थी।
1991 के उदारीकरण का किया जिक्र
अडानी ग्रुप के प्रमुख ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 1991 में किए गए महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों पर भी अहम टिप्पणी की और कहा कि इस दौरान ही लाइसेंस राज खत्म किया गया था। उन्होंने कहा है कि हर देश के अपने परिवर्तनकारी वर्ष होते हैं जो उसके भविष्य की दिशा बदलते हैं। अडानी ने कहा कि पीएम मोदी आर्थिक सुधारों की इस यात्रा को और तेज कर रहे हैं।
आज ही राहुल ने बोला था मोदी और अडानी पर हमला
बता दें कि कांग्रेस पार्टी संदेह के साथ हमेशा ही यह आरोप लगाती रही है कि गौतम अडानी की आर्थिक कैसे मजबूत हुई। इसको लेकर विपक्ष दल सीधे तौर पर पीएम मोदी पर भी हमलावर रहे है।
आज ही एक बार फिर महाराष्ट्र में एक रैली के दौरान मुख्य विपक्षी नेता राहुल गांधी ने पीएम की सरकार को दो लोगों यानी अंबानी और अडानी की सरकार बताया था।
