Gandey (Jharkhand) Vidhan Sabha Election/Chunav Result 2024: गांडेय विधानसभा सीट पर वोटों की गिनती समाप्त हो गई है। यहां 21 राउंड चले वोटों की गिनती में झारखंड मुक्ति मोर्चा की उम्मीदवार और सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन के पक्ष में 118521 वोट गिने गए। ऐसे में वो विजयी रहीं। उन्होंने अपने सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी की मुनिया देवी को 16960 वोटों से हराया। उन्हें 101561 वोट मिले हैं।

इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा से यहां पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी मैदान में उतरी हैं। भारतीय जनता पार्टी ने सीएम सोरेन की पत्नी और जेएमएम की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन के खिलाफ किसी हाई प्रोफाइल चेहरे को उतारने की जगह एक जमीनी नेता पर भरोसा जताया है। कुशवाहा समाज से संबंध रखने वाली मुनिया देवी अभी गिरिडीह की जिला परिषद अध्यक्ष हैं।

पार्टी प्रत्याशी वोट
झारखंड मुक्ति मोर्चाकल्पना सोरेन87163
बीजेपीमुनिया देवी79746

गांडेय विधानसभा सीट पर साल 2019 में क्या रहे नतीजे?

अब गांडेय विधानसभा चुनाव के साल 2019 के इलेक्शन पर नजर डालें तो यहां से कुल 13 प्रत्याशी मैदान में खड़े थे। झारखंड मुक्ति मोर्चा के डॉ सरफराज अहमद ने भारतीय जनता पार्टी के जयप्रकाश वर्मा को करारी शिकस्त दी थी। डॉ सरफराज को 65,023 मिले थे तो बीजेपी के प्रत्याशी जयप्रकाश वर्मा को 56,168 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। अब जरा वोटरों की संख्या देखें तो इस सीट पर वोटरों की संख्या 2,69,330 थी। इनमें से 1,87,343 वोटरों ने ही अपने मत का उपयोग किया था।

पार्टीप्रत्याशीवोटजीते/हारे
बीजेपीजयप्रकाश वर्मा 56,168 हारे
झारखंड मुक्ति मोर्चासरफराज अहमद65,023जीते

साल 2014 में गांडेय विधानसभा चुनाव परिणाम

गांडेय विधानसभा चुनाव में साल 2014 के चुनाव परिणाम भी काफी दिलचस्प रहे थे। इस साल भारतीय जनता पार्टी बाजी मारने में कामयाब रही। बीजेपी ने जयप्रकाश वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया था। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सालखन सोरेन को चुनावी दंगल में उतारा था। बीजेपी के उम्मीदवार को 48,838 वोट हासिल हुए। हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो को 38,559 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। वह दूसरे नंबर पर रहे।

गांडेय विधानसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का अच्छा खासा दबदबा नजर आता है। साल 2000 में अस्तित्व में आई गांडेय विधानसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के सालखन सोरेन ने जीत दर्ज की थी। वह साल 2005 में नए राज्य बने झारखंड के पहले विधानसभा चुनाव में भी यहां पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। उन्होंने आरजेडी के उम्मीदवार सरफराज अहमद को करारी मात दी थी।